Special Olympics World Games 2023: जर्मनी के बर्लिन में आयोजित स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स 2023 में भारतीय खिलाड़ियों ने विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में कुल 202 पदक प्राप्त करके देश के मान को शिखर पर पहुंचाया है. इन पदकों में 76 स्वर्ण , 75 रजत और 51 कांस्य पदक शामिल हैं. बर्लिन में 17 से 25 जून के बीच हुए विशेष ओलंपिक के आयोजन में डॉक्टर पीएन अरोड़ा एवं डॉक्टर उपासना अरोड़ा भी शामिल हुए. उन्होंने खेल जगत में भारत के नाम इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए सभी पदक विजेताओं से मिलकर बधाईयां दी और उत्साहवर्धन किया.


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डॉ. अरोड़ा ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक विशेष बच्चों द्वारा खेला जाता है और यह विशेष ओलंपिक बौद्धिक और शारीरिक रूप से स्पेशल बच्चों और वयस्कों के लिए विश्व का सबसे बड़ा खेल संगठन है, जो 172 देशों में 5 मिलियन प्रतिभागियों और एकीकृत खेल भागीदारों को वर्ष भर प्रशिक्षण और गतिविधियां प्रदान करता है. इन खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित जेएलएन स्टेडियम में एक कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व क्रिकेटर सांसद गौतम गंभीर, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, सांसद मनोज तिवारी, डॉ मल्लिका नड्डा के साथ डॉ उपासना अरोड़ा ने भी खिलाडियों को इस उपलब्धि की सफलता के लिए बधाई दी. 


पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्पेशल ओलंपिक भारत के खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम गौरवान्वित किया है. उन्होंने कहा कि यदि मन में बुलंद इरादे हों तो शारिरिक अक्षमता बाधा नहीं बनती है. स्पेशल खिलाड़ियों की जीत का महत्व उनके द्वारा जीते हुए मेडल से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये पूरी मानवता को सभी चुनौतियों से निबटते हुए आगे बढ़ने का संदेश देते हैं. इससे सामाजिक बाधाओं को पीछे छोड़ते हुए सबको समाहित करने का संदेश मिलता है.


स्पेशल ओलंपिक भारत की चैयरपर्सन डॉ मल्लिका नड्डा ने कहा दुनिया भर से आये पांच हजार खिलाड़ियों को पछाड़ कर अद्भुत खेल प्रतिभा दिखाते हुए भारत के स्पेशल खिलाडिय़ों ने 202 मेडल जीते. सबसे ज्यादा रोलर स्केटिंग में 31 मेडल प्राप्त किये. साइकिलिंग में शिवानी ने तीन मेडल जीतकर हिन्दुस्तान का नाम रोशन किया. क्रिकेटर और सांसद गौतम गंभीर ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं.


दिल्ली प्रदेश की स्पेशल ओलंपिक संघ की अध्यक्ष डॉ. उपासना अरोड़ा ने कहा कि मैं विशेष बच्चों की प्रतिभाओं को देखकर हृदय से बहुत अभिभूत हूं और भविष्य में इनके लिए जितना भी ज्यादा बन पड़ेगा मैं इनके खेल में प्रोत्साहन और उत्साहवर्धन के लिए हर संभव प्रयास करती रहूंगी.