देश के इन 7 बड़े शहरों में बिना बिके 5 लाख घर, फिर प्रॉपर्टी की कीमत में क्यों आई जबरदस्त तेजी?
Unsold Housing: एक रिपोर्ट से सामने आया है कि देश के सात प्रमुख शहरों में फ्लैट की आपूर्ति बढ़ने से इन शहरों में अनबिके घरों की संख्या 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत बढ़ गई है. इन घरों की बिक्री करने में बिल्डरों को 22 महीने का समय लगेगा.
JLL India Report: कोविड महामारी के बाद पिछले दो से तीन साल में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के प्रमुख शहरों में मकानों और अलग-अलग तरह की प्रॉपर्टी की कीमत में जबरदस्त उछाल आया है. इसके साथ ही लग्जरी फ्लैट की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है. एक रिपोर्ट से यह भी सामने आया कि मकानों की कीमत के मुकाबले घरों के किराये ज्यादा तेजी से बढ़े हैं. अब एक रिपोर्ट से सामने आया है कि देश के सात प्रमुख शहरों में फ्लैट की आपूर्ति बढ़ने से इन शहरों में अनबिके घरों की संख्या 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत बढ़ गई है. इन घरों की बिक्री करने में बिल्डरों को 22 महीने का समय लगेगा.
दिसंबर 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत ज्यादा
रियल एस्टेट एडवाइजन जेएलएल इंडिया (JLL India) ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि अनबिके घरों की संख्या मार्च, 2024 तक करीब 4,68,000 यूनिट तक पहुंच गई जो कि दिसंबर 2019 की तुलना में 24 प्रतिशत ज्यादा है. इन शहरों में दिल्ली- एनसीआर, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और कोलकाता शामिल हैं. बनकर तैयार घरों की संख्या बढ़ने के बावजूद इनकी बिक्री के अनुमानित समय में उल्लेखनीय कमी आई है. जेएलएल ने कहा, बिना बिके घरों को बेचने में लगने वाले समय में 31 प्रतिशत की कमी आई है.
घरों की मांग में तेज वृद्धि के कारण ऐसा हुआ
जनवरी-मार्च तिमाही में इन घरों की बिक्री का अनुमानित समय घटकर सिर्फ 22 महीने रह गया जबकि 2019 के अंत तक यह समय 32 महीने था. मुख्य रूप से आवास की मांग में तेज वृद्धि के कारण ऐसा हुआ है. यह आकलन पिछली आठ तिमाहियों में दर्ज औसत बिक्री दर पर बेस्ड है. इन आंकड़ों में सिर्फ अपार्टमेंट फ्लैट ही शामिल किए गए हैं. इसमें भूखंड पर बने घर, विला और भूखंड विकास को विश्लेषण से बाहर रखा गया है.
मुंबई बाजार में मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे शहर और नवी मुंबई शामिल हैं, जबकि दिल्ली-एनसीआर के मार्केट में दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और सोहना शामिल हैं. (इनपुट-भाषा)