First Night Misunderstanding: शादी के बाद लड़का-लड़की की जिंदगी एक नई शुरुआत होती है. क्योंकि वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी के तौर पर दोनों प्रवेश करते हैं. इसलिए वो उनके लिए हर तरह से एक नया अनुभव होता है. दोनों के बीच आपसी समझ बैठाते में काफी वक्त भी लगता है. साथ ही दोनों के कंधों पर कई तरह की जिम्मेदारियां भी आ जाती हैं. इन सब से पहले शादी के तुरंत बाद जब पहली बार दूल्हा-दुल्हन एकसाथ रहते हैं, तो उसे सुहागरात के रूप में माना जाता है. इसे लेकर लोगों के मन में कई धारणाएं हैं. साथ ही कुछ अजीब सोच और गलतफहमियां भी हैं, जो कपल के मन में पहले से ही डर पैदा कर देती हैं. आइये आज हम जानेंगे उन सब के बारे में...


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1. जो दिखे वो सच नहीं-
शादी के बाद कपल की फर्स्ट नाइट से पहले दोनों को ही कई तरह के सलाह दिए जाते हैं. हालांकि ये पुराने समय का प्रतीक है. वहीं फिल्मों और सीरियल में भी इसे हमेशा एक टिपिकल रोमांटिक तरीके से दिखाया जाता है. लेकिन जो कुछ भी दिखाया जाए या कहा जाय जरूरी नहीं कि वहीं सच हो.


2. फर्स्ट नाइट पर सिर्फ इंटिमेसी नहीं-
लोगों के मन में शुरू से यही धारणा बनी है, कि कपल की सुहाग रात मतलब सिर्फ इंटिमेसी. जब्कि ये सही नहीं है. इसे कुछ अलग नजरिए से भी देखा जा सकता है. शादी की भागदौड़ के बाद कपल के लिए ये पहला समय ऐसा होता है, जब वह सुकून से रहता है. साथ ही न्यूली मैरिड कपल एक-दूसरे के साथ समय बिता पाते हैं. इतना ही नहीं कपल पहली बार पति-पत्नी के रूप में एक-दूसरे से भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं. ये फिजिकल इंटिमेसी से कहीं ज्यादा अहम होता है.


3. दबाव डालना जरूरी नहीं-
जरूरी नहीं कि आप पति-पत्नी हैं, तो एक-दूसरे के साथ पहली रात में कंफर्टेबल ही होंगे. ऐसा संभव है कि अगर आप एक-दूसरे के साथ सहज नहीं हैं, तो लोग खुद पर थोड़ा दबाव डालने लगते है. ये बात बहुत बड़ी गलतफहमी है. जरूरी नहीं कि इस समय को वैसे ही बिताया जाए, जैसा सभी सोचते और अपेक्षा करते हैं.