Wedding Plan In Low Budget: शादी एक ऐशा मौका होता है, जिसमें लड़का-लड़की के साथ परिवार के सभी लोग बड़ी धूम-धाम और रीति-रिवाजों के साथ एंजॉय करते हैं. वहीं शादी के बाद दो परिवार एक हो जाते हैं. ऐसे में लोग इस अवसर को बहुत ही अच्छे से सेलिब्रेट करते हैं. हर दूल्हा-दुल्हन यही चाहते हैं, उनकी शादी यादगार बनें. शादी में आने वाला हर मेहमान उस समारोह की तारीफ करे. 


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हालांकि शादी को यादगार और लैविश बनाने के लिए लोग महंगी से महंगी चीजों का इस्तेमाल करते हैं. आजकल हर कोई चाहता है, कि उनकी शादी एकदम फिल्मी सितारों की तरह हो. हाई प्रोफाइल में तो ये कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन आम परिवारों के लिए इतना पैसा खर्च करना थोड़ा मुश्किल होता है. क्योंकि आज के समय में लोग सेलिब्रिटी जैसी शादी समारोह के लिए वेडिंग प्लानर बुक करते हैं. ऐसा इसलिए भी लोग करते हैं, क्योंकि परिवार वाले शादी में होने वाले तमाम कामकाज के झंझट से मुक्त पा लेते हैं. ताकि परिवार के लोग दूसरे फंक्शन को एंजॉय कर सकें. 


वहीं अगर आप सोच रहे हैं, कि इतना खर्च आपके बजट से बाहर है और शादी भी धमाकेदार हो, तो उसके लिए आज हम आपको बताएंगे बिना वेडिंग प्लानर के शादी की तैयारी कैसे की जाती है. यानी कम पैसों में भी आप अपनी शादी को यादगार बना सकते हैं. तो आइये जानें शादी को कैसे प्लान करें जो एकदम प्रोफेशनल वेडिंग लगेगी...


1. बजट तय करें
अगर आपकी शादी होने जा रही है, तो सबसे पहले शादी का बजट बना लें, कि पूरी शादी में कितने रुपये खर्च होने हैं. वहीं बजट से हटकर अलग थोड़ा एक्सट्रा खर्च का भी बजट रखें, जैसे खाना, डेकोरेशन, शॉपिंग, वेन्यू. एक बजट निर्धारित होने के बाद आपको बाकी चीजों में रिलैक्स मिलता है. 


2. पहले से करें तैयारियां
कुछ लोग शादी से 10-20 दिन पहले तैयारियां शुरू करते हैं. लेकिन इससे शादी का दिन काफी नजदीक आ जाता है, और तैयारी भी पूरी नहीं हो पाती है. इसलिए शादी की तैयारियां एक दो महीने पहले नहीं, बल्कि और जल्दी शुरू कर देनी चाहिए. पहले से ही वेन्यू, मेन्यू या अन्य वेंडर्स को बुक करके रखें. इससे आपको पहले से बुकिंग में काफी कंसेशन भी मिलेगा. शादी की छोटी शॉपिंग से लेकर बड़ी शॉपिंग तक सबकुछ पहले से कर लें. इससे आपको हर काम में बहुत आराम मिलेगा.


3. जिम्मेदारी बांट दें
शादी एक ऐसा समारोह है, जिसमें कई सारे फंक्शन होते हैं. इसलिए सारे कार्यक्रम की जिम्मेदारी खुद पर न लें. सभी काम को कई हिस्सों में बांट दें और घर के अलग-अलग लोगों को जिम्मेदारी दे दें. क्योंकि आप अकेले सारे काम नहीं कर सकते हैं. जब आप सभी में काम बांट देंगे तो जिम्मेदार व्यक्ति खुद को मिले काम के प्रति उत्तरदायी होगा.