Republic Day 2024: हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. इस साल 75वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. ये ऐक ऐसा पर्व होता है जब सभी देशवासी मिलकर स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं. जानकारी के लिए बता दें, 26 जनवरी 1950 को देश में अपना संविधान आधिकारिक तौर पर लागू हुआ था और तभी से हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा. इस दिन भारतीय झंडा तिरंगा फहराया जाता है. तिरंगे में केसरिया, सफेद और हरा रंग होता है. इसके साथ-साथ बीच में एक नीले रंग का अशोक चक्र भी होता है


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

तिरंगे के तीनों रंगों अपने आप में काफी महत्व रखते हैं. इसी तरह ज्योतिष में भी रंगों का संबंध ग्रहों से होता है. इनका असर सीधा व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है. आज हम आपको तिरंगे में मौजूद रंगों का संबंध किस ग्रह से है और व्यक्ति के जीवन पर क्या असर पड़ता है इसके बारे में बताएंगे.


केसरिया रंग
केसरिया रंग ग्रहों के राजा सूर्यदेव का होता है. ये रंग शक्ति को दर्शाता है. उगते हुए सूर्य का रंग भी केसरिया होता है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को तेज, प्रकाश, आत्मा और आत्मविश्वास का कारक माना गया है. 


सफेद रंग
बचपन से सिखाया जाता है कि सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सफेद रंग का संबंध चंद्रमा और शुक्र से होता है. चंद्रमा कर्क राशि के स्वामी होते हैं और वहीं इन्हें मन और माता का कारक माना जाता है. शुक्र ग्रह आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव का कारक होता है


हरा रंग
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक हरे रंग का संबंध बुध ग्रह से होता है जो बुद्धि, एकाग्रता, वाणी, त्वचा, सौंदर्य और सुगंध का कारक माना जाता है.


नीला रंग
तिरंगे में नीले रंग का अशोक चक्र भी होता है. ज्योतिष शास्त्र में नीले रंग का संबंध शनि ग्रह से होता है जो न्याय के कारक माने जाते हैं.


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)