Feng Shui Tips: चीनी वास्तु शास्त्र में फेंगशुई एक ऐसी पद्धति है, जो सरल होने के कारण बहुत ही तेजी से लोकप्रिय हो रही है. फेंगशुई से जुड़ी क्रिस्टल बॉल, रिंगिंग बेल, पाकुआ, बांस आदि की चीजें बाजार में आसानी से मिल जाती हैं जिनका उपयोग कर हम घर के वास्तु दोष को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढ़ा सकते हैं. 


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सुख-शांति का प्रतीक


बांसुरी को बांस में ही छेद करके बनाया जाता है, बांसुरी का धार्मिक महत्व तो है यह शांति, शुभ समाचार प्रदाता, स्थायित्व और स्थिरता का प्रतीक भी मानी जाती है. मान्यता है कि बांसुरी में एक के ऊपर बने 1 छेद किसी भी बिल्डिंग के फ्लोर को सुरक्षित रखते हैं. 


 


ऐसे दूर करें वास्तु दोष


किसी भी भवन में यदि बीम सामने से दिखती है तो यह उस कमरे की खूबसूरती तो बिगाड़ती ही है, इससे वास्तु दोष भी पैदा होता है. इससे छुटकारा पाने के लिए दो पतले और खोखले बांस तिरछी दिशा में एक दूसरे के सामने मुंह करके बीम पर लगा दें. इन बांसों पर रेशम के फुँदने बना कर लटका दें जो उसकी खूबसूरती बढ़ाने का कार्य भी करेंगे. बांस के स्थान पर यदि आप बांसुरी लगाना चाहते हैं तो बांसुरी का मुंह नीचे की ओर रखना चाहिए. 


 


नेगेटिव एनर्जी होगी दूर


बांसुरी के बारे में यह भी मान्यता है कि जब  इसे बजाया जाता है, तो घर के अंदर से नेगेटिव एनर्जी बाहर जाती है और घर में सूक्ष्म चुंबकीय प्रवाह का प्रवेश होता है.


 


वेध दोष करें दूर


घर के मुख्य द्वार के सामने पेड़, खंभा, किसी मकान, मंदिर चर्च आदि के कारण वेध है तो उसके दोष को दूर करने के लिए पाकुआ मिरर मुख्य द्वार के बाहर लगाया जाता है. यदि मकान के पीछे के दरवाजे पर भी इसी तरह का वेध हो तो वहां भी पाकुआ मिरर लगाने से दोनों दरवाजों का वेध दोष खत्म हो जाएगा. इसे दरवाजे के बीच में ही लगाना चाहिए.  


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)