Effect of planets: हमारा कैसा होगा स्वभाव, कौन से आएंगे गुण? यह तय करने में ग्रहों का होता है प्रभाव, सूर्य की कृपा वाले बनते डॉक्टर
Effect of planets on life: हम सभी के जीवन में ग्रहों की एक अनोखी भूमिका होती है. जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हमारे गुण और रुचियां विकसित होती हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन रुचियों और गुणों के पीछे ग्रहों का प्रभाव भी हो सकता है? पंडित शशिशेखर त्रिपाठी से इस बारे में जानिए.
Effect of Sun on fate: हर ग्रह का अपना एक स्वभाव और विषयों की कारकता होती है. ग्रहों के प्रभाव के अनुसार ही विद्यार्थी की अलग-अलग विषयों में रुचि उत्पन्न होती है. चलिए जानते हैं, कि कौन-सा ग्रह हमें किस दिशा में ले जाने का संकेत देता है. कुंडली में कोई ग्रह जब मेधा भाव यानी उच्च शिक्षा के भाव से कनेक्शन बनाता है या स्वयं ही उस भाव का स्वामी होता है तो उस ग्रह से संबंधित विषयों और क्षेत्र में रुचि स्वतः ही उत्पन्न होने लगती है.
सूर्य: नेतृत्व का प्रतीक और करियर का मार्गदर्शक
सूर्य, मानो राजा का आशीर्वाद लेकर आता है. जिनकी कुंडली में सूर्य मजबूत होता है, वे नेतृत्व करने की कला में माहिर होते हैं. सूरज की तेज रोशनी व्यक्ति को चिकित्सा, जीव विज्ञान, वन विभाग और अर्थशास्त्र जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करती है.
चंद्रमा: कला और संवेदनशीलता से प्रेरित करियर
अब आते हैं चंद्रमा पर, जो शीतलता और रचनात्मकता का प्रतीक है. चंद्र से प्रभावित लोग अक्सर कविता लिखने में, कला को उकेरने में या सागर के किनारे पर्यटन का आनंद लेने में रुचि रखते हैं. चंद्रमा का प्रभाव उन्हें पत्रकारिता, नर्सिंग, मर्चेन्ट नेवी और जल संसाधनों से जुड़े कार्यों की ओर खींचता है.
मंगल: साहस और शक्ति का प्रेरक
मंगल का जोश और शक्ति से भरा प्रभाव उन्हें साहसिक कार्यों की ओर ले जाता है. इनकी रुचि शारीरिक शिक्षा, खेलकूद, पुलिस और सेना जैसे साहसी क्षेत्रों में होती है. इनका जीवन अक्सर शौर्य और साहस के उदाहरण प्रस्तुत करता है.
बुध: व्यापार और संचार के क्षेत्र में कुशलता
बुध जैसे व्यापारी की कला से जुड़ा ग्रह, गणितज्ञों और वकीलों का साथी है. बुध से प्रभावित लोग बैंकिंग और गणित में महारत हासिल करने की इच्छा रखते हैं. बुध उन्हें व्यापार, वकालत, संचार, और ज्योतिष तक के क्षेत्र में सफलता दिलाता है.
बृहस्पति: ज्ञान और शिक्षा के क्षेत्र का रक्षक
अब आते हैं बृहस्पति पर, जो ज्ञान और दर्शन का प्रतीक है. ये व्यक्ति धर्मशास्त्र पढ़ते हैं, प्रोफेसर बनकर समाज में शिक्षा का दीप जलाते हैं. बृहस्पति का प्रभाव भाषा, साहित्य, जज, प्रोफेसर और वित्तीय परामर्श जैसे क्षेत्रों में सफलता दिलाता है. उनके जीवन का उद्देश्य ज्ञान बांटना और समाज को सही दिशा में ले जाना होता है.
शुक्र: सौंदर्य और रचनात्मकता से समृद्ध करियर
शुक्र के आभामंडल में रचनात्मकता और सौंदर्य का जादू होता है. ये लोग कला, संगीत, सिनेमा, फैशन और सौंदर्य प्रसाधन जैसे क्षेत्रों में चमकते हैं. शुक्र से प्रेरित लोग इस रचनात्मक क्षेत्र में मन लगाते हैं और अपनी छाप छोड़ जाते हैं.
शनि: धैर्य और परिश्रम से जुड़े कार्यक्षेत्र
शनि का प्रभाव धैर्य, कठिनाई सहने की शक्ति और अनुशासन का प्रतीक है. ये लोग सरकारी नौकरी में या खनिज उद्योग में गहरी रुचि रखते हैं. शनि का प्रभाव उन्हें राजनीति, खनिज विज्ञान, भूतल खुदाई, और जिम्मेदारी वाले कार्यों की ओर प्रेरित करता है.
राहु: खोज और नवीनता का प्रेरणा स्रोत
राहु का प्रभाव अनोखे और जोखिम भरे कार्यों की ओर ले जाता है. ये लोग अनुसंधान, कंप्यूटर, बिजली और जहाजरानी जैसे क्षेत्रों में अपनी रुचि रखते हैं. राहु उन्हें अन्वेषण, जोखिम भरे कार्यों और तकनीकी के क्षेत्र में सफलता दिलाता है.
केतु: रहस्य और आध्यात्मिकता की ओर प्रवृत्त
केतु रहस्यमयी और गहरे विषयों का रुख करता है. ये लोग पर्यटन, अंतरिक्ष यात्रा, सेल्समैन और अध्यात्म से जुड़े कार्यों में रुचि रखते हैं. केतु से प्रेरित लोग रहस्यमयी कार्यों और नई दिशाओं में सफलता पाते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)