Panna Ratan Pehanne ke Fayde: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह दोष से मुक्ति पाने के लिए रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. रत्न धारण करने से इन ग्रहों के शुभ परिणाम भी मिलते हैं. रत्न शास्त्र में विशेष रूप से 9 रत्नों के बारे में बताया गया है. हर रत्न का संबंध किसी न किसी ग्रह से होता है. आज हम बात करेंगे पन्ना रत्न के बारे में. पन्ना रत्न का संबंध बुध ग्रह से होता है. व्यापार और करियर में तरक्की पाने के लिए इस रत्न को धारण करना शुभ माना जाता है. जानकारी के लिए बता दें कि पन्ना रत्न का रंग हरा होता है. कोई भी रत्न धारण करने से पहले कुंडली में ग्रहों की स्थिति का जानना बहुत जरूरी होता है. साथ ही किसी ज्योतिषी की सलाह भी जरूर लें. आइए जानते हैं पन्ना रत्न धारण करने के नियम, फायदे, विधि और नुकसान


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पन्ना रत्न धारण करने के फायदे
- आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पन्ना रत्न धारण करना बहुत शुभ माना जाता है. 
पन्ना रत्न पहनने से मां-बेटे और बाप-बेटे का रिश्ता मजबूत होता है. 
व्यक्ति को अगर अपनी तर्कशक्ति मजबूत करनी हो तो पन्ना धारण किया जा सकता है. 
स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में पन्ना लाभदायक होता है.
लेखक, मीडियाकर्मी या फिर संगीत क्षेत्र से जुड़े लोगों को पन्ना पहनना चाहिए.


 


किन लोगों के लिए शुभ होता है पन्ना रत्न?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए पन्ना रत्न बहुत अच्छा माना जाता है. इसके अलावा कन्या और मिथुन लग्न वालों के लिए भी ये रत्न फायदेमंद होता है. रत्न शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति पर बुध की महादशा या फिर अंतरदशा चल रही है वो भी पन्ना धारण कर सकता है.


 


किन लोगों को नहीं पहनना चाहिए पन्ना?
रत्न शास्त्र के अनुसार जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह तीसरे, छठे, आठवें और 12वें भाव में होता है उन्हें पन्ना रत्न धारण करने से बचना चाहिए. जिस व्यक्ति को पन्ना सूट नहीं होता है उसे आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है. साथ ही मानसिक तनाव की समस्या भी हो सकती है.


 


पन्ना रत्न धारण करने के नियम
सोने या चांदी की अंगूठी में ही पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है.
रत्न शास्त्र के अनुसार हाथ की सबसे छोटी अंगुली यानी कनिष्ठा में ये रत्न धारण करना चाहिए.
रत्न शास्त्र के अनुसार कम से कम 2 रत्ती का पन्ना पहनना ही शुभ होता है.
रत्न पहनने से पहने एक रात के लिए गंगाजल, शहद, मिश्री, और दूध के मिश्रण में डुबोकर रख दें.
रत्न धारण करने से पहले ऊं बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें.


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(Disclaimer: कोई भी रत्न धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से जरूर सलाह लें. यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)