Bhavishya Malika ki bhavishyavaniyan 2025: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो शनि ग्रह 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे. इस गोचर से देश और दुनिया में कई तरह के बदलाव होंगे. ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि जब भी अतीत में शनि ने मीन राशि में प्रवेश किया है तब तब दुनिया ने विनाशकारी घटनाएं देखी हैं. जब 1937 में शनि मीन राशि में गए थे, तब दूसरा विश्व युद्ध छिड़ गया था. 1965-66 में मीन राशि में आए थे, तब भारत और पाकिस्तान का युद्ध हुआ था. 


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अब 2025 में शनि फिर से मीन राशि में गोचर करने जा रहे हैं. भविष्य मालिका ने शनि गोचर को लेकर कई भविष्यवाणियां की हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इन भविष्यवाणियों में क्या लिखा है. 


छिड़ सकता है तीसरा विश्वयुद्ध


भविष्यमालिका की मानें तो 29 मार्च 2025 को जब शनि मीन राशि में जाएंगे तो यह वक्त देश और दुनिया के लिए विनाशकारी साबित होगा. तीसरे विश्वयुद्ध के पहले स्टेज की शुरुआत हो सकती है. साल 2027 तक शनिदेव मीन राशि में रहेंगे. ऐसे में तीसरे विश्वयुद्ध की संभावना बन सकती है. भविष्यमालिका में लिखा है कि आसमान से आग बरसेगी. इसका संबंध परमाणु बम से जोड़ा जा रहा है. जबकि कुछ लोगों का मानना है कि इस दौरान भीषण गर्मी पड़ेगी. 


शनि का यह गोचर भारत के लिए भी शुभ नहीं है. भविष्यमालिका में संत अच्युतानंद के मुताबिक, भारत में सिविल वॉर छिड़ सकता है. आगजनी और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं बढ़ सकती हैं. इसका असर इकोनॉमी पर भी पड़ेगा. अपनी उम्मीदें पूरी नहीं होने की वजह से लोग आंदोलन करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे, जिससे तनावपूर्ण स्थिति बन सकती है. 


प्राकृतिक आपदाओं में होगा इजाफा


भविष्यमालिका में लिखा है कि मीन राशि में शनि के प्रवेश के बाद प्राकृतिक आपदाओं में इजाफा होगा. कई इलाकों में अकाल, भुखमरी और फसलें नष्ट होने वाली स्थितियां सामने आएंगी. जबकि जरूरत से ज्यादा बारिश की वजह से फसलें खराब हो सकती हैं. दुनिया में बाढ़, भूकंप जैसी प्राकृति आपदाएं भी कहर मचा सकती हैं.


शनि का यह गोचर लोगों की मानसिक स्थिति पर भी असर डालेगा. लोग अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए इंसानियत भूलकर एक-दूसरे के खून के प्यासे हो जाएंगे. छोटी-छोटी बातों पर मारपीट और हत्या जैसी घटनाएं आम हो जाएंगी. यानी साल 2025-2027 के बीच में हिंसा की घटनाओं में इजाफा होगा.