Vastu Tips for Money: उत्तर और पूर्व दिशा के मध्य स्थान को ईशान कोण की दिशा कहा जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी भी मकान में यह दिशा सबसे अधिक पवित्र और महत्वपूर्ण मानी जाती है इसीलिए भवन या फ्लैट निर्माण के समय इस दिशा का विशेष ध्यान रखा जाता है. क्योंकि इसी दिशा में भगवान बसते हैं. इसलिए इस दिशा को हमेशा साफ सुथरा रखा जाता है. 


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इस बात का रखें ध्‍यान 


चूंकि अब मकान हो या फ्लैट आज के इस युग में एक एक इंच जगह का बड़ा महत्व होता है. ऐसे में विशेष तौर पर ईशान कोण में कोई भी निर्माण यूं ही नहीं कराना चाहिए बल्कि इसके लिए पहले ही गंभीरता से विचार करने के बाद ही निर्माण का कार्य करना चाहिए. कई बार देखा जाता है कि व्यक्ति द्वारा कड़ी मेहनत और सारे प्रयास करने के बाद भी उन्‍नति नहीं मिलती है. 


ये कारण जिम्‍मेदार 


इसका पहला कारण तो यही है कि आप अपने कार्य को ठीक से नहीं कर रहे हैं जिसके कारण ईश्वर की कृपा आप पर नहीं हो पा रही है. कार्यों में बाधा , उन्नति के द्वार न खुलना, एक के बाद एक रोग और चुनौतियों का सामना करने के पीछे छिपा कारण वास्तुदोष भी हो सकता है. यदि ईशान कोण में टॉयलेट, किचन या सीढ़ियां बनी हों तो धन का आगमन तो होगा लेकिन यह अनावश्यक काम, बीमारी में खर्च होता रहेगा जिससे धन की बचत नहीं होगी और धन संपत्ति आदि में वृद्धि नहीं हो पाती है. 


कर लें ये उपाय


वास्तु दोष दूर करने के लिए उपाय के तौर पर आप ईशान कोण को पवित्र बनाए रखें. इस स्थान पर पूजा घर या अनाज रखने का कोई स्थान बना सकते हैं. यदि आपने ईशान कोण दिशा का प्रयोग अनाज स्टोरेज के तौर पर कर रहे हैं तो आप इसे हमेशा साफ सुथरा रखें. यहां गंदगी ना रहने दें. 


इसके अलावा उत्तर दिशा में कोई भारी निर्माण ना कराएं, ना ही भारी सामान रखने से बचना चाहिए. दक्षिण दिशा में अंडरग्राउंड या बेसमेंट बनाने से बचना चाहिए, ऐसा करने से पैसे की बरकत नहीं होती है. उत्तर दिशा की तरफ कम और हल्का निर्माण ही करें. इस स्थान से शुद्ध हवा घर में प्रवेश करें ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए.