Vastu Remedies for Health Problems: बिगड़ी लाइफस्‍टाइल के कारण आजकल कोई ना कोई बीमारी घेर ही लेती है. यही वजह है कि स्वस्थ रहना एक बड़ी चुनौती होती जा रही है, खानपान में मिलावट पेस्टिसाइड्स आदि रासायनिक पदार्थ शरीर का क्षरण कर रहे हैं, जैसा अन्न होगा वैसा मन बनेगा. रसोईघर से पूरा परिवार पुष्ट होता है. वास्तु के अनुसार अगर रसोई से हम लोग कनेक्ट रहे, तो स्वास्थ्य लाभ ले सकते हैं. जिन लोगों को लंबे समय से बीमारी परेशान कर रही है या आए दिन घर में कोई न कोई बीमार रहता है, उनके लिए यह रसोई की वास्तु टिप्स बहुत लाभकारी साबित होगी. ज्‍योतिषाचार्य पंडित शशिशेखर त्रिपाठी बता रहे हैं किचन से जुड़े महत्‍वपूर्ण वास्‍तु टिप्‍स. 


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गृहणी को रखें प्रसन्न


प्रायः घरों में महिलाएं ही भोजन पकाती है, इसलिए कभी भी घर की गृहणी को अपशब्द नहीं बोलना चाहिए और  न ही उनका निरादर करना चाहिए.  यदि वह दुखी मन से रोते हुए भोजन बनाएंगी, तो वह भोजन विषाक्त हो जाएगा और रोगों को निमंत्रण देने वाला बन जाएगा. रसोई घर एक ऐसी जगह है, जो केवल खाने बनाने वाले पर ही नहीं बल्कि भोजन ग्रहण करने वाले परिवार के सभी सदस्यों को प्रभावित करती है. इसके वातावरण में हमें नवीन शक्ति तथा उत्साह मिलता है तथा यह हमें संपन्नता प्रदान करने का आधार बनती है.


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रसोई में करें भोजन 


भोजन करने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान रसोई घर है. पुराने समय में रसोई में ही खाना बनता था और पारिवारिक  सदस्य भी रसोई में ही आकर भोजन करते थे. रसोई में भोजन करने से स्वास्थ्य लाभ होता है. जो भोजन रसोई में किया जाता है, वह आरोग्य प्रदान करने वाला होता है. यदि रसोई बहुत छोटी हो बैठने का स्थान न हो तो रसोई के निकट खुले स्थान पर भोजन करना चाहिए और जहां पर ओपन किचन है ,उनके लिए तो सबसे अधिक सहूलियत है क्योंकि रसोई की सीमा बड़ी हो जाती है. 


यहां न करें भूलकर भी भोजन


आलस्य के कारण व्यक्ति बिस्तर पर ही बैठकर टीवी देखते हुए भोजन करने का प्रयास कर रहा है, लेकिन जिस शैय्या पर व्यक्ति सोता है उस पर भोजन करना रोगों को निमंत्रण देना होता है, इसलिए  बेडरूम में भोजन नहीं करना चाहिए.