Vastu Shastra: घर लेते या बनवाते समय सिर्फ इसकी सुंदरता और आकर्षण पर ही फोकस करना समझदारी नहीं है बल्कि वास्तुदोष का भी ध्यान रखना चाहिए. यदि आप किसी अपार्टमेंट में फ्लैट या घर लेने जा रहे है, तो वहां के किचन, बेडरूम, बाथरूम और सिर्फ इतना ही नहीं रूम की खिड़कियां बालकनी कहां हो और कैसी हो आदि बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है. 


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वास्तु दोष


 


किसी भी घर में प्रसन्नता, सुख और आरोग्यता के साथ ही मानसिक शांति का होना आवश्यक है. यह सब तभी संभव जब वह अपार्टमेंट और वहां पर बनने वाले फ्लैट वास्तु सम्मत हों. ऐसा न होने पर उन फ्लैटों में रहने वाले किसी न किसी परेशानियों से ग्रस्त रहते हैं. कोई भी व्यक्ति फ्लैट अपनी प्रसन्नता के लिए ही खरीदता या बनवाता है इसलिए वहां पर किसी तरह का वास्तु दोष नहीं होना चाहिए.     


 


ध्यान रखें ये बातें: 


  • अपार्टमेंट में गंदे पानी की निकासी भूमिगत ही होनी चाहिए, कहीं भी दिखना नहीं चाहिए.

  • फ्लैट में बालकनी उत्तर या पूर्व दिशा में होनी चाहिए.

  • फ्लैट में वेंटिलेशन के लिए जो खिड़कियां बनाई जाती हैं वह उत्तर या पूर्व दिशा में बनाना ठीक रहता है.

  • अपार्टमेंट के सभी कोने समकोण होने जरूरी हैं अन्यथा कोण-वेध होगा जो वास्तु की दृष्टि से ठीक नहीं रहता है. 

  • किसी भी फ्लैट के टॉयलेट और स्नानगृह नैर्ऋत्य अर्थात दक्षिण पश्चिम या पश्चिम में ही होना चाहिए. 

  • किसी भी फ्लैट में ईशान यानी उत्तर पूर्व की दिशा भगवान की दिशा होती है इसलिए इस दिशा में पूजा का स्थान बनाना सबसे अधिक अच्छा रहता है. 

  • फ्लैट में रसोई घर इस तरह से बनाया जाना चाहिए कि खाना बनाते समय खाना बनाने वाले की पीठ की ओर दरवाजा न हो वरना कमर और कंधों में दर्द की समस्या रहती है.

  • बर्तन धोने का सिंक भी दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए नहीं घर में अनचाहे खर्चे होते रहते हैं जिन्हें लेकर कई बार व्यक्ति परेशान हो जाता है. खर्चे इतने अधिक बढ़ जाते हैं कि उनका कोई अंत नहीं होता है. 

  • किचन में पूर्व दिशा की ओर मुख करके खाना बनाना सबसे उत्तम रहता है इसमें किसी तरह का वास्तु दोष नहीं रहता है.