Is it okay to eat while wearing shoes: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अगले लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की संभावनाएं मजबूत करने के मिशन पर निकल पड़े हैं. इसी मिशन में वे बुधवार सुबह हरियाणा के झज्जर जिले में ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया के घर पहुंचे और परिवार के साथ बैठकर भोजन किया. लेकिन वहां पर उन्होंने ऐसी गलती कर दी कि उनका दांव बैक-फायर कर गया और सोशल मीडिया पर उनकी जबरदस्त ट्रोलिंग हो गई. ट्रोलर उन्हें भारतीय संस्कृति को गहराई से समझने की नसीहत दे रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राहुल गांधी ने नहीं उतारे जूते


असल में राहुल गांधी ने जमीन पर भोजन करते वक्त भी जूते उतारना गंवारा नहीं किया. उन्हें भोजन परोस रहे बजरंग पूनिया और एक अन्य व्यक्ति भी फोटो में भोजन के पास जूते पहने बैठा दिख रहा है. राहुल गांधी की इस चूक को लोग भारतीय संस्कृति का अपमान बता रहे हैं. आज हम आपको बताते हैं कि जूते पहनकर कभी भी जमीन पर भोजन क्यों नहीं करना चाहिए. 



जूते पहनकर भोजन क्यों नहीं करना चाहिए?


वास्तु शास्त्र के मुताबिक भारतीय संस्कृति में भोजन करना बहुत पवित्र कार्य माना जाता है. इससे तन और मन को ऊर्जा मिलती है, जिससे मानव अपनी जिम्मेदारियां निभा पाता है. लेकिन जमीन पर बैठकर भोजन करते वक्त गलती से भी जूते या चप्पल नहीं पहनने चाहिए. इसकी वजह ये है कि जूते-चप्पल में विभिन्न प्रकार की गंदगी और बैक्टीरिया चिपके होते हैं, जो आपके भोजन को दूषित कर आपको बीमार बना सकते हैं. इस तरह भोजन करने से नकारात्मक ऊर्जा फैलती है, जो धन और सेहत दोनों का नुकसान करती है. 


इन जगहों पर कभी न पहनें जूते-चप्पल 


नदी


नदी को भारतीय संस्कृति में जीवनदायिनी माना जाता है. यही वजह है कि नदी में प्रवेश करते वक्त जूते-चप्पल पहनने की मनाही होती है. ऐसा करने से न केवल जल प्रदूषित होता है बल्कि पाप का भागी भी बनना पड़ता है. 


भंडार गृह


वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में बने भंडार गृह में जूते-चप्पल पहनकर जाना वर्जित होता है. ऐसा करना से मां अन्नपूर्णा नाराज होती है, जिससे सेहत और धन-धान्य की हानि उठानी पड़ती है. 


देव स्थलों पर


धार्मिक विद्वानों के अनुसार किसी भी मंदिर या देव स्थल के सामने कभी भी जूते- चप्पल नहीं पहनने चाहिए और न ही उतारने चाहिए. इसे देवी-देवताओं का अपमान माना जाता है, जिससे जीवन में कष्ट आ जाते हैं. 


तिजोरी के सामने


वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि तिजोरी या अलमारी समेत जिस स्थान पर पैसे रखे जाते हों, वहां पर भूलकर भी जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए. ऐसा करने से परिवार को मां लक्ष्मी का क्रोध झेलना पड़ता है. 


रसोई घर


पूजा स्थल के बाद किसी भी घर का सबसे अहम हिस्सा उसका रसोई घर होता है. इसी रसोई से हम सबको भोजन और दाना-पानी मिलता है. यह स्थान पवित्र माना जाता है. वहां पर कभी भी जूते-चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)