Vastu Tips for Holy Ganga: हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और शुभ माने जाने वाली गंगा नदी का बहुत बड़ा महत्व है. हिंदू धर्म में की गई कोई भी धार्मिक कार्य गंगा नदी के जल के बिना अधुरी मानी जाती है. व्यक्ति के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु तक में गंगा नदी के जल का बहुत बड़ा महत्व है.


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गंगा नदी में मात्र एक डुबकी से व्यक्ति के हर प्रकार के पाप धूल जाते हैं. वहीं अगर व्यक्ति इस पवित्र गंगा नदी में नहाते समय इन सात गलतियों को दोहराता है तो वह पाप का भागीदारी भी बन जाता है, जिसकी वजह से उसे दरिद्रता के साथ कई और समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.


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गंगा नदी में नहाते समय ना करें ये गलतियां


गंगा नदी में एक बार नहाने के बाद कभी भी घर जाकर फिर से नहीं नहाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ मानते हैं. साथ ही इससे मां गंगा नदी क्रोधित भी हो सकती हैं.


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गंगा नदी में नहाते समय केवल 7 बार ही डुबकी लगानी चाहिए. इससे अधिक डुबकी दरिद्रता का कारण बन सकती है.


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- गंगा नदी में नहाते समय कभी भी मल मूत्र का त्याग नहीं करना चाहिए. इसके अलावा कभी भी अपवित्र वस्त्र पहन कर नदी में नहीं जाना चाहिए. ऐसा करना अशुभ मानते हैं. साथ ही व्यक्ति पाप का भागीदारी बन जाता है. यह ब्रह्महत्या के बराबर माना जाता है.


- बता दें कि गंगा नदी में स्नान करने के बाद उसमें अंडरगारमेंट धोने की कभी भी गलती ना करें. यह पाप का भागीदारी बना सकता है. साथ ही अकाल मृत्यु का कारण भी बन सकता है.


- गंगा नदी में नहाते समय कभी भी साबुन का प्रयोग ना करें. ऐसा करना अशुभ मानते हैं. गंगा नदी में केवल स्नान करना ही पुण्य माना जाता है.


- गंगा नदी में कभी भी स्नान के समय कुल्ला या फिर कपड़ा नहीं धोना चाहिए. ऐसा करना पवित्र नदी का उपहास और अपमान माना जाता है. गंगा नदी को मां के समान पूजा जाता है. इसलिए ऐसा ना करें वरना घर की सुख और समृद्धि भी जा सकती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)