Pradosh Vrat Puja Muhurat 2022: हर माह के दोनों पक्षों की त्रियोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. कहते हैं कि इस दिन व्रत रखने और पूजा पाठ आदि करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सभी दुख दूर करते हैं. इस साल का आखिरी प्रदोष व्रत 21 दिसंबर यानी की आज रखा जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध प्रदोष व्रत के दिन दही, दूध, घी, चीनी, चावल सफेद चंदन, सफेद आंक के फूल आदि सफेद चीजों से शिव जी का अभिषेक करने से भक्तों के बुरे दिनों का नाश होता है. और सभी संकट टल जाते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानें प्रदोष व्रत का पूजा का समय 


शास्त्रों में कहा गया है कि प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा प्रदोष काल में करनी चाहिए. शाम को सूर्यास्त से 45 मिनट पहले और सूर्यास्त के 45 मिनट बाद तक का समय प्रदोष काल कहलाता है. कहते हैं कि भगवान शिव इस समय बेहद प्रसन्न होते हैं और इस समय की गई पूजा से वे जल्द प्रसन्न होते हैं. 


शिव जी की पूजा में न करें ये काम 


- शास्त्रों में भगवान शिव की पूजा के समय कुछ बातों का खास ख्याल रखना जरूरी होता है. कहते हैं भगवान शिव की पूजा करते समय महिलाओं को शिवलिंग को स्पर्श नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से मां पार्वती नाराज हो जाती हैं. 


- शास्त्रों में हल्दी को बेहद शुभ माना गया है. हर शुभ और मांगलिक कार्यों में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन भगवान शिव को गलती से भी कभी हल्दी अर्पित न करें. इस दिन भगवान शिव को बेलपत्र, भांग, गंगाजल, दूध, चंदन और भस्म आदि अर्पित करें. 


- भगवान शिव को कुछ चीजें अर्पित करने से वे जल्द नाराज हो जाते हैं. ऐसे में आपको उनके क्रोध का सामान करना पड़ सकता है. भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें केतकी के फूल, तुलसी, नारियल पानी, शंख का जाल, कुमकुम और सिंदूर आदि अर्पित नहीं करना चाहिए. 


- अगर आप भगवान शिव की कृपा पाने के लिए प्रदोष व्रत रख रहे हैं, तो इस दिन लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा जैसी तामसिक चीजों का सेवन न करें. ऐसा करने से भगवान शिव नाराज हो जाते हैं. 


प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय 


-अगर आप कर्ज से मुक्ति चाहते हैं तो प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की पूजा करें. इस दिन उन्हें धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें. साथ ही, जोड़े में फूल अर्पित करें.


- प्रदोष व्रत के दिन द्वादश ज्योतिर्लिंग के नामों का जाप करने से लाभ होता है. इस दिन शिव पुराण और शिव स्त्रोता का पाठ विशेष फलदायी बताया गया है. कहते हैं कि इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को आरोग्य की प्राप्ति होती है. 


- आज के दिन उत्तर मुखी होकर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा विधिविधान के साथ करें. 


- इस दिन सामर्थ्य अनुसार कन्याओं को दान दें. संभव हो तो इस दिन गौ सेवा करें. 


अपनी फ्री कुंडली पाने के लिए यहां क्लिक करें
 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)