Chanakya Niti: विपरीत हालात में भी आप दुश्मन को कर सकते है पराजित! पालन कर लें आचार्य चाणक्य के बताए ये 5 तरीके
Chanakya Quotes in Hindi: अगर आप विपरीत परिस्थिति रूपी दुश्मन पर जीत हासिल करना चाहते हैं तो इसका समाधान चाणक्य नीति में छिपा है. आज हम आपको आचार्य चाणक्य के ऐसे ही 5 सिद्धांतों से अवगत करवाने जा रहे हैं.
Chanakya Niti on Winning War: चाणक्य नीति भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसे कौटिल्य या विष्णुगुप्त के नाम से प्रसिद्ध चाणक्य ने लिखा था. यह ग्रंथ न केवल राजनीति और प्रशासन में मार्गदर्शन करता है, बल्कि जीवन के हर पहलू में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण सलाह भी देता है. इसमें दुश्मन को परास्त करने के लिए अनेक सुझाव दिए गए हैं, जिनका उपयोग व्यक्ति व्यक्ति या राष्ट्र अपने दुश्मन को भी धूल चटा सकता है. आइए जानते हैं चाणक्य नीति के कुछ ऐसे प्रमुख बिंदुओं के बारे में, जो दुश्मन को हराने में सहायक हो सकते हैं.
संयम बनाए रखें
आचार्य चाणक्य के मुताबिक, संकट आने पर आप घबराने के बजाय संयम बनाए रखें. संयम बनाने से मस्तिष्क सही दिशा में काम करता है और आप अपने दुश्मन या बुरे हालात से निपटने के लिए उचित रणनीति बना सकते हैं. जल्दबाजी में किया गया कोई भी कार्य कई बार नुकसानदेह हो सकता है, लिहाजा इससे बचें.
दुश्मन की कमजोरियों को आंकें
अगर आप दुश्मन से जंग लड़ने जा रहे हैं तो सबसे पहले दुश्मन की मजबूती और कमियों का विस्तार से आकलन कर लें. अगर आप दुश्मन की कमजोरियों को जानकर उनके हिसाब से रणनीति बना लेते हैं तो आधी जंग आप वैसे ही जीत जाते हैं. इसलिए इस कार्य में कोई कोताही न बरतें.
उचित समय का इंतजार
आप दुश्मन के खिलाफ एकदम से कदम उठाने के बजाय उचित समय का इंतजार करें. अगर आप इससे पहले या बाद में कदम उठाते हैं तो उसका खास लाभ नहीं होता और दुश्मन आप पर हावी हो सकता है. लिहाजा समय के अनुशासन का ध्यान रखें और सही वक्त आने पर ही चोट करें.
समस्त साधनों का उपयोग
बुरे हालात या दुश्मन से जंग में आप अपने पास उपलब्ध तमाम साधनों को इकट्ठा कर उनका प्रभावी ढंग से इस्तेमाल सुनिश्चित करें. चाहे वह संसाधन, धन हो, संपत्ति, सेहत, मानसिक शक्ति या संख्या बल हो. अगर आप संसाधनों का सही इस्तेमाल सुनिश्चित कर लेते हैं तो आपकी जीत लगभग निश्चित हो जाती है.
अति विश्वास से खुद को बचाना
आचार्ण चाणक्य कहते हैं कि दुश्मन चाहे शक्तिशाली हो या कमजोर, लेकिन खुद पर कभी भी अति विश्वास हावी नहीं होने देना चाहिए. ऐसा न करने पर आप कई बार जीती हुई जंग भी हार जाते हैं. लिहाजा कोशिश करें कि खुद पर भरोसा तो करें लेकिन वह आवश्यकता से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)