Surya Grahan 2022: कार्तिक माह में 2 बार ग्रहण, फिर बन रही है महाभारत युद्ध जैसी स्थिति; क्या किसी अनहोनी का है संकेत?
Solar Eclipse in October 2022: हजारों साल पहले हुए महाभारत युद्ध से पहले कार्तिक माह में 2 बार ग्रहण पड़े थे. जिसके बाद हुए महायुद्ध में लाखों लाख मारे गए थे. इस बार फिर कार्तिक में 2 बार ग्रहण पड़ रहे हैं. आखिर यह किस बात की ओर इशारा कर रहा है.
Connection of Surya Grahan 2022 with Mahabharata War: इस बार कार्तिक माह कई आशंकाओं और अनिश्चितता के बीच आया है. इस माह में 15 दिन में 2 बार ग्रहण पड़ रहे हैं. ऐसी ही घटना महाभारत युद्ध से पहले कार्तिक माह में हुई थी. जिसके बाद जंग में लाखों लोग मारे गए थे. तो क्या इस बार भी महाभारत युद्ध (Mahabharata War) की तरह कोई बड़ी अनहोनी होने जा रही है. इसे लेकर बड़ी चिंता जताई जा रही है. आइए जानते हैं कि 25 अक्टूबर को होने वाले सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) पर खास क्या रहेगा.
25 अक्टूबर को सुबह 11.28 से लगेगा ग्रहण
खगोल शास्त्रियों के मुताबिक 25 अक्टूबर को इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) लगेगा. भारत में इस ग्रहण की शुरुआत 25 अक्टूबर को सुबह 11.28 बजे हो जाएगी. करीब 07:05 घंटे बाद शाम 5.24 बजे यह ग्रहण खत्म होगा. इससे 12 घंटे पहले यानी 24 अक्टूबर की रात 11.28 बजे ही सूतक काल शुरू हो जाएगा. इसके चलते दिवाली की अगली सुबह गोवर्धनपूजा के बजाय ग्रहण के सूतक काल में बीतेगी.
सूर्य का 44 प्रतिशत हिस्सा रहेगा ग्रसित
ज्योतिषियों के मुताबिक यह सूर्य ग्रहण पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर शेष भारत में दिखाई देगा. इस बार का सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) सूर्य, चंद्र, शुक्र और केतु ग्रह की युति में पड़ेगा. कान्हा की नगरी मथुरा में यह सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर की शाम 4:32 बजे शुरू होगा और शाम 05:42 बजे तक चलेगा. इसी सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्यास्त भी हो जाएगा. शहर में यह ग्रहण करीब 1 घंटे 10 मिनट का रहेगा. इस बार ग्रहण से सूर्य 44 प्रतिशत हिस्सा ग्रसित रहेगा.
क्या होने जा रही है कोई बड़ी अनहोनी?
खगोलविदों के मुताबिक इस साल 15 कार्तिक माह में 15 दिन के अंतराल पर 2 बार ग्रहण लग रहे हैं. 25 अक्टूबर को जहां सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) होगा, वहीं 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगेगा. भारतीय समय के अनुसार यह चंद्र ग्रहण 8 नवंबर मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से शाम 7 बजकर 27 बजे तक रहेगा. महाभारत युद्ध (Mahabharata War) से पहले कार्तिक माह में भी इसी तरह 2 ग्रहण पड़े थे, जिसके बाद भयंकर रण हुआ था, जिसमें दोनों ओर के लाखों सैनिक मारे गए थे. क्या ये दोनों ग्रहण इस बार भी कोई अशुभ संकेत दे रहे हैं. इस पर ज्योतिषियों में अनुमान लगाए जा रहे हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)