Dev Uthani Ekadashi Paran: 13 नवंबर के दिन देवउठनी एकादशी का पारण है. सफल तरीके से पारण करने के बाद ही हमें व्रत का संपूर्ण फल मिलता है. ऐसे में पारण के समय इस चीज को जरूर खाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका जन्म कुयोनि में हो सकता है. इसके अलावा हम आपको पारण से जुड़ी और भी कई चीजें बता रहे हैं जिन्हें पालन करना चाहिए. तो चलिए जानते हैं हमें क्या करना चाहिए.


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आज श्रीहरि योग निद्रा से आए बाहर


आज यानि कि 12 नवंर 2024 के दिन भगवान श्रीहरि विष्णु चार माह की योग निद्रा से जागेंगे. जिसके बाद वह पृथ्वि का भार अपने ऊपर उठाएंगे. इस दिन शाम को माता तुलसी और भगवान शालिग्राम जी का विवाह संपन्न होगा. ऐसे में भक्तगण रात्रि जागरण करते हैं और तब अगले दिन पारण करते हैं.


कब है पारण का शुभ मुहूर्त


देवउठनी एकादशी के व्रत का पारण 13 नवंबर 2024 को होगा. इस दिन सुबह 6 बजकर 24 मिनट से लेकर सुबह 8 बजकर 51 मिनट के बीच पारण का शुभ मुहूर्त है. ऐसे में व्रत रखने वाले अगर पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त करना चाहते हैं तो इसी मुहूर्त में पारण करें.


जरूर खाएं चावल


पारण के दिन व्रत करने वालों को चावल जरूर खानी चाहिए. मान्यता के मुताबिक जो भी व्यक्ति ऐसा नहीं करता है वह अगले जन्म में कुयोनि में जन्म लेता है. देवउठनी एकादशी व्रत खोलने से पहले कपड़े समेत नहा-धोकर श्रीहरि की पूजा करें. जिसके बाद ब्राह्मण और गरीबों को भोजन कराएं और दान स्वरुप अनाज पैसे जरूर दें. अगर संभव हो तो सोना चांदी का भी दान दे सकते हैं.


व्रत करने वाले मिठाई जरूर खाएं


एकादशी के पारण के दिन व्रत करने वालों को मिठाई जरूर खानी चाहिए. मान्यता के मुताबिक पारण के दिन सबसे पहला निवाला भगवान को भोग के रुप में चढ़ाएं. पारण के दिन व्रत करने वाले सात्विक भोजन करें. भोजन बनाने में यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि उसमें लहसुन-प्याज न मिला हो. अगर आप सात्विक भोजन करते हैं तभी व्रत सफल माना जाता है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)