Feng Shui Tips for Diwali: दीपावली के पर्व पर घरों की सफाई पर तो खास ध्यान दिया ही जाता है, साज-सज्जा भी ठीक करने की दिशा में विचार किया जाता है कि कौन सी चीज कहां पर लगाई जाए या सजावट की कौन सी नई चीज खरीदी जाए, जिससे घर में खुशहाली आए और ऊर्जा का संचार हो. फेंगशुई में कई प्रकार की ऊर्जा की बात कही गई है. आइए जानते हैं कि कहां पर किस तरह की ऊर्जा आपको शक्ति प्रदान करती है और कहां की ऊर्जा आपको नुकसान पहुंचाती है.


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हल्के व नरम रंगों का इस्तेमाल


फेंगशुई में घरों की सजावट ऐसी होनी चाहिए, ताकि ऊर्जा का संतुलन बनाया रखा जा सके. ज्यादा ऊर्जा भी नुकसान देती है. वहीं, कम ऊर्जा होने पर कई प्रकार की मुसीबतें आती हैं. फेंगशुई में यिन व यांग ऊर्जा का काफी महत्व है. लाइट्स की सजावट करते समय हमेशा ध्यान रखें कि वहां पर हल्के व नरम रंगों का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाए. हल्के रंगों को शांति का प्रतीक माना जाता है. इसके विपरीत यदि गहरे नीले रंग का उपयोग किया जाए तो वह पारिवारिक सदस्यों के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. यदि आपकी हाल ही में शादी हुई है तो आप अपने बेडरूम में गहरे रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं.


डाइनिंग रूम की मेज 


डाइनिंग रूम में मेज की बनावट को आप साधारण रखें. आपकी खाने की मेज आयताकार, गोलाकार, चतुर्भुज या फिर अंडाकार शेप में हो सकती है. इसका आकार डाइनिंग रूम के साइज से मेल खाता होना चाहिए, यानी यदि रूम छोटा है तो डाइनिंग टेबल का साइज भी उसी हिसाब से छोटा ही रहना चाहिए. टेबल लकड़ी की होनी चाहिए, जो यिन ऊर्जा का संचालन करती है.


इस दिशा में सोएं


यदि किसी मनुष्य की नींद पूरी न हो तो सारा दिन आलस्य और बिना किसी काम के बीत जाता है. हर क्षण दिमाग पर एक बोझ बना रहता है. कई लोगों को अनिद्रा का रोग होता है तो उनका पूरा जीवन ही कष्ट में बीतता है. ऐसे लोग कभी-कभी डिप्रेशन में भी चले जाते हैं और डॉक्टरों और तांत्रिकों के चक्कर लगाने लगते हैं. अनिद्रा से पीड़ित व्यक्ति के लिए फेंगशुई सरल और सहज समाधान बताता है. ऐसे लोगों को अपना बिस्तर उत्तर दिशा में लगाना चाहिए, क्योंकि यह दिशा शांति का प्रतीक होने के कारण नींद लाने में सहायक होती है. 


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