Diwali 2022 Puja: दिवाली पर घर में इस तरह करें मां लक्ष्मी की पूजा, पूरे साल होगी धन की बरसात
Diwali 2022 Puja Vidhi: दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है और इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष कृपा चाहते है तो घर पर पूजा करते समय कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है.
Diwali 2022 Puja Mantras and vidhi: रोशनी और उल्लास का पर्व दिवाली कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्य तिथि को मनाया जाता है और इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश जी पूजा का विशेष महत्व है. सुख और समृद्धि पाने के लिए घर में मां लक्ष्मी की पूजा (Laxmi Puja) की जाती है और अगर भी मां लक्ष्मी की विशेष कृपा चाहते हैं तो पूरे विधि विधान से पूजा करनी चाहिए. तो चलिए आपको दिवाली पर लक्ष्मी पूजन की विधि, सामग्री, मुहूर्त और मंत्र बता रहे हैं.
दिवाली पर इस मुहूर्त में करें मां लक्ष्मी की पूजा
दिवाली पर शाम 6 बजकर 53 मिनट तक मेष लग्न है और इसके बाद 06 बजकर 53 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 48 मिनट तक वृषभ काल लगेगा. प्रदोष काल शाम 5 बजकर 43 मिनट से शुरू होगा और रात 08 बजकर 16 मिनट तक रहेगा. घर में शाम 6 बजकर 53 मिनट से 7 बजकर 30 मिनट के बीच देवी लक्ष्मी की पूजा आरंभ करना शुभ रहेगा.
जरूर घर लाएं मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा
दिवाली पर पूजा करने के लिए मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की नई प्रतिमा जरूर लेकर आएं और अगर पहले से पुरानी प्रतिमा है तो उसे किसी जलाशय में विसर्जित कर दें. अगर आपके पास पीतल, चांदी या किसी अन्य धातु की प्रतिमा है तो उसको गंगाजल से धोकर शुद्ध करें और फिर पूजा करें.
प्रतिमा स्थापित करने के लिए मंत्र
भगवान गणेश और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करते समय खास मंत्र का जाप करें. मंत्र- 'या सा पद्मासनास्था विपुल-कटि-तटी पद्म-पत्रायताक्षी, गम्भीरार्तव-नाभि: स्तन-भर-नमिता शुभ्र-वस्त्रोत्तरीया, या लक्ष्मीर्दिव्य-रूपैर्मणि-गण-खचितै: स्वापिता हेम-कुम्भै:, सा नित्यं पद्म-हस्ता मम वसतु गृहे सर्व -मांगल्य-युक्ता'
दिवाली पर घर में इस तरह करें मां लक्ष्मी की पूजा
दिवाली के दिन अपने धन रखने के जगह या फिर पूजा घर में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित करें. इसके अलावा घर के किसी कोने के साफ कर लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा कर सकते हैं. प्रतिमा स्थापित करने के बाद चौके के पास थोड़ा अक्षत डालकर जल से भरा कलश रखें और इसके ऊपर आम के पत्ते, लाल रंग के कपड़े में बंधा नारियल रखें. एक थाली में रोली से स्वास्तिक बनाकर अक्षत डालें और फिर इसमें गहने रख दें.
इसके बाद दीप प्रज्वलित करें और भगवान गणेश को चंदन का तिलक लगाएं और मां लक्ष्मी की मूर्ति का अभिषेक करें. मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को हल्दी, सिंदूर, मेहंदी, अक्षत, पान, सुपारी, कमल का फूल, कलावा, फल, मिठाई, और खील बताशे चढ़ाएं. इसके बाद भगवान गणेश और फिर मां लक्ष्मी का आरती करें.
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