Diwali in Mahabharat: यूं तो महाभारत की लड़ाई को सबसे भीषण युद्ध कहा जाता है. राजगद्दी हासिल करने के लिए दो चचेरे भाईयों में ऐसा भीषण युद्ध हुआ कि लोग आज भी इस पर चर्चा करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि पांडव के किस भाई ने अपने ही घर में आग लगा दिया था. जी हां बिल्कुल सही पढ़ा आपने. पांचों पांडव के एक भाई ने न सिर्फ अपने ही आलिशान भवन में आग लगाया था बल्कि धू-धू कर जलता हुआ छोड़ कर चल दिया था.


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बाहुबली भीम ने लगाई थी आग
दरअसल, बाहुबली भीम ने अपने ही घर में आग लगाई थी. भीम का नाम सुनकर चौंक गए न आप. बिल्कुल मत चौंकिए. इस खबर में आपको पूरी कहानी बताई जा रही है कि आखिर भीम ने कब कैसे और क्यों अपने ही महल में आग लगा ली थी. बीआर चोपड़ा कृत महाभारत सीरियल की माने तो लाक्षागृह में पांचों पांडवों में से भीम ने ही लाक्षागृह में आग लगाई थी.


हुआ यूं था कि जब दुर्योधन और शकुनी की लाक्षागृह योजना के बारे में महामंत्री विदुर को पता चला तो वह सन्न रह गए. जानकारी मिलते ही पांचों पांडवों को बचाने के लिए योजना बनाने लगे. जिसके बाद उन्होंने सबसे पहले शकुनी की इस योजना की जानकारी दुर्योधन तक पहुंचाई. और पांचों को चौकन्ना कर दिया.


फिर इसके बाद उन्होंने कुशल खनिक के जरिए महल तक सुरंग खुदवाया और पांडवों को बाहर निकलने के लिए रास्ता बनाया. जब अमवश की रात को चारो ओर अंधेर था और सभी पहरेदार गहरी नींद में थे तभी एक-एक करके पांचों पांडवों में से चार माता कुंती के साथ सुरंग में घुस गए और भीम ने मशाल जलाकर महल को आग के हवाले कर खुद भी सुरंग में घुंस गए.


इस तरह भीम ने अपने हाथों से लाक्षागृह में आग लगा दी और महल धू-धू कर जलने लगा. हालांकि सुरंग में घुसे पांचो पांडव अपनी माता कुंती के साथ सुरक्षित स्थान तक पहुंच गए. इस महल के जलने के बाद शकुनी और दुर्योधन काफी खुश हुए थे. शकुनी यह भी भूल-भलैया में खो गया था कि आखिरकार अब मेरा भांजा राजकुमार बन ही जाएगा.


(Disclaimer: ये कहानी बीआर चोपड़ा की टीवी सीरियल महाभारत में फिल्माई गई है. यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)