Aghan Month 2023: भगवान श्रीकृष्‍ण के प्रिय महीने मार्गशीर्ष को सभी महीनों में सर्वश्रेष्‍ठ माना गया है. गीता में कृष्ण ने कहा है कि माहों में मार्गशीर्ष और ऋतुओं में बसंत मैं ही हूं. लिहाजा वैदिक काल से ही इस माह का विशेष महत्व रहा है. मार्गशीर्ष महीने में भगवान कृष्ण की उपासना और पूजा-पाठ करने से सुख, समृद्धि और सफलता मिलती है. साथ ही सारे संकट दूर होते हैं. वैसे तो मार्गशीर्ष महीना पूजा-पाठ, उपासना के लिए शुभ होता है. इस महीने में विवाह, मुंडन आदि संस्‍कार भी होते हैं लेकिन 2 तिथियां ऐसी होती हैं जिनमें कोई भी शुभ कार्य करना बहुत अशुभ होता है. वरना जातक को धन, सम्‍मान की हानि झेलनी पड़ती है. 


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मार्गशीर्ष माह का महत्व


भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मार्गशीर्ष मास मुझे हमेशा से बेहद प्रिय है. जो मनुष्य मार्गशीर्ष महीने में ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान और ध्यान करता है, उसे मैं अपने आपको भी उसे समर्पित कर देता हूं. इस तरह भगवान कृष्‍ण को प्रसन्‍न करने के लिए मार्गशीर्ष महीना सर्वश्रेष्‍ठ होता है. 


ये तिथियां मानी गईं हैं अशुभ 


मार्गशीर्ष महीने की सप्तमी और अष्टमी तिथि इस महीने की शून्य तिथियां होती हैं. इसे मासशून्य तिथियां कहते हैं. मासशून्‍य तिथि में कोई भी शुभ और मंगल कार्य करने से वंश तथा धन का नाश होता है. इन तिथियों में किए गए काम धन और सम्‍मान की हानि कराते हैं. वंश को नुकसान पहुंचाते हैं. लिहाजा मार्गशीर्ष महीने की सप्तमी और अष्टमी तिथियों में कोई शुभ और मंगल कार्य ना करें. 


मार्गशीर्ष मास रोज करें यह काम


मार्गशीर्ष मास में हर रोज श्रीमद् भागवत कथा का पाठ करना बहुत लाभ देता है. साथ ही इस महीने में 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जप करना चाहिए. बहुत अच्‍छा होगा कि मार्गशीर्ष महीने में किसी पवित्र नदी के जल से स्‍नान करें. ऐसा करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. मार्गशीर्ष या अगहन महीने में खुद एक समय भोजन करें और गरीब-जरूरतमंद लोगों को भोजन कराएं. ऐसा करने से रोगों और पापों से मुक्ति मिलती है. वहीं मार्गशीर्ष महीने की महत्‍वपूर्ण तिथियों पर उपवास करना व्‍यक्ति को दूसरे जन्‍म में रोग रहित और बलवान बनाता है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)