नई दिल्ली: पूरे देश में  गणेशोत्सव की धूम है और देश के हर कोने में भगवान गणेशा की अलग-अलग तरह की मूर्तियां स्थापित की जा रही हैं. इस बार भी लोग ज्यादातर इकोफ्रेंडली गणेश मूर्ति की स्थापना कर रहे हैं और इस बात का खास ध्यान रख रहे हैं कि उनके द्वारा स्थापित की गयी मूर्ति कुछ अलग हो. पूरे  गुजरात राज्य में भी गणेशोत्सव की धूम है और यहां लोग गली मोहल्लों और घरो में अलग-अलग गणेश मूर्ति की स्थापना कर रहे हैं और हर गणेश पंडाल में भी अलग-अलग थीम देखने को मिल रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, डायमंड सिटी सूरत के कतारगांव डायमंड ब्रोकर द्वारा अपने घर में 500 करोड़ के डायमंड की मूर्ति स्थापित की गई है और इसे देखने के लिए लोगों में काफी कौतूहल  नजर आ रहा है. लोग दूर-दूर से 500 करोड़ के गणेश के दर्शन करने आ रहे हैं. गणेशोत्सव की शुरुवात होने के साथ ही अलग-अलग जगहों पर भिन्न-भिन्न प्रकार की गणेश जी की प्रतिमा देखने मिल रही है. लेकिन डायमंड ब्रोकर द्वार अपने घर में स्थापित गणेश मूर्ति बहुत खास है.



व्यापारी का कहना है कि गणेश जी की प्रतिमा को विशेष रूप से तैयार किया गया है. सूरत के कतारगांव इलाके में रहने वाले राजूभाई पांडव डायमंड व्यवसाय से जुड़े हुए हैं और  2005 में जब रफ-डायमंड खरीद रहे थे, उसी दौरान राजूभाई को एक गणेशजी के आकार का हीरा मिल गया. इस गणेश आकृति वाले डायमंड की खास बात यह थी कि इसमें नजर आ रही गणेश जी की आकृति सूंड दाईं तरफ नजर आ रही थी जो कि गणेश जी की मूर्तियों में नहीं होती है. गणेशजी की मूर्तियों में बाईं तरफ ही उनकी सूंड नजर आती है.



 गणेश जी की सूंड दाईं तरफ होना खास बात थी. इस वजह से डायमंड ब्रोकर राजूभाई ने अपने परिवारवालों की सहमति के बाद इस गणेश की मूर्ति की आकृति वाले डायमंड को खरीदने का मन बना लिया और निर्णय कर लिया की किसी भी तरह डायमंड के भगवान गणेश को घर लेकर आना है. साल 2005 में राजूभाई  ने 29 हजार में यह मूर्ति खरीदी थी. उसके बाद से हर साल वे अपने घर में पूजा करते हैं. 14 सालों बाद 29000 रुपये की गणेश की मूर्ती की कीमत अब 500 करोड़ रुपये हो गई है. वे तो अब इसके बारे में बोलने से हिचकिचाते हैं, लेकिन ये जरूर कहते हैं कि यह दुनिया का दुर्लभ  डायमंड है.