Garuda Purana PDF: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महापुराण का दर्जा दिया गया है. गरुड़ पुराण में मृत्‍यु और उसके बाद आत्‍मा के सफर को लेकर विस्‍तार से बताया गया है. लिहाजा आमतौर पर लोग गरुड़ पुराण का संबंध केवल मृत्‍यु से ही मानते हैं. जबकि गरुड़ पुराण में सफल, सुखद और अच्‍छा जीवन जीने के भी बहुत कारगर तरीके बताए गए हैं. इसमें अमीर बनने के तरीके भी शामिल हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार जिन घरों में रोजाना कुछ खास काम होते हैं, वहां मां लक्ष्‍मी हमेशा वास करती हैं. इन घरों में कभी धन-दौलत की कमी नहीं होती है. आइए जानते हैं गरुड़ पुराण में बताए गए मां लक्ष्‍मी को खुश करके उनकी कृपा पाने के तरीके. 


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मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के लिए रोज करें ये काम 


भगवान को भोग: जिस घर में रोज स्‍नान करने के बाद ही भोजन पकाया जाता है. साथ ही सबसे पहले भगवान को भोग लगाया जाता है, उस घर में कभी धन-धान्‍य की कमी नहीं होती है. ऐसे घर पर हमेशा देवी-देवताओं की कृपा रहती है और मां लक्ष्‍मी वास करती हैं. 


धार्मिक ग्रंथों का पाठ: जिस घर में रोजाना धार्मिक ग्रंथों का पाठ होता है. पूजा-अर्चना, जाप-पाठ होते हैं, उस घर में हमेशा सकारात्‍मकता रहती है. ऐसे घर के सदस्‍य संस्‍कारी और धर्म में आस्‍था रखते हैं. इन लोगों पर मां लक्ष्‍मी की हमेशा कृपा रहती है. 


दान-धर्म: जो परिवार दान-धर्म में हमेशा आगे रहते हैं. जिन घरों में साधु-संतों का आदर होता है, कभी कोई भिखारी खाली हाथ नहीं जाता है, मेहमानों का सत्‍कार होता है. उन घरों पर मां लक्ष्‍मी हमेशा मेहरबान रहती हैं. ऐसे घरों में कभी धन-धान्‍य की कमी नहीं होती है. 


कुलदेवता की पूजा: हर परिवार के अपने कुलदेवता या कुल देवी होती हैं. जिन घरों में कुलदेवी-कुलदेवता की पूजा होती है. खास मौकों पर उनकी पूजा-आराधना की जाती है, वे हमेशा तरक्‍की करते हैं और खूब धन-दौलत पाते हैं. गरुड़ पुराण के अनुसार कुल देवता के प्रसन्न होने से सात पीढ़ियां खुशहाल रहती हैं. 


प्‍यार: जिन घरों में लोग आपस में प्‍यार से रहते हैं. बड़ों का सम्‍मान किया जाता है, छोटों को अच्‍छे संस्‍कार दिए जाते हैं, उन घरों में मां लक्ष्‍मी हमेशा वास करती हैं और खूब सुख-संपन्‍नता देती हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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