नई दिल्‍ली: होली आने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. 2 दिन बाद 10 मार्च 2022 से होलाष्‍टक शुरू हो जाएंगे. होलाष्‍टक के 8 दिनों के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किए जाते हैं. इस दौरान ज्‍यादा से ज्‍यादा समय भगवान की भक्ति में लगाना अच्‍छा माना जाता है. होलाष्‍टक के बाद फाल्‍गुन मास की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाएगा और उसके अगले दिन अबीर-गुलाल से होली खेली जाएगी. इस साल 17 मार्च को होलिका दहन बहुत खास रहने वाला है क्‍योंकि इस साल होली पर कई शुभ योग बन रहे हैं. इस दौरान किए गए पूजा-पाठ और दान-पुण्‍य आपको कई गुना ज्‍यादा फल देंगे. 


होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 


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फाल्‍गुन मास की पूर्णिमा की तिथि 17 मार्च की दोपहर 01:29 बजे से शुरू होगी और 18 मार्च की दोपहर 12:47 बजे खत्‍म होगी. वहीं होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त इस बार केवल 1 घंटा 10 मिनट का ही रहेगा. 17 मार्च 2022, गुरुवार की रात को होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त रात 09:06 बजे से रात 10:16 बजे तक ही है. 


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होली पर बन रहे आधा दर्जन शुभ योग 


साल 2022 में होली पर करीब आधा दर्जन शुभ योग बन रहे हैं. इसमें वृद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और ध्रुव योग शामिल हैं. इसके अलावा होली पर बुध-गुरु आदित्‍य योग भी बन रहा है. ज्‍योतिष के मुताबिक वृद्धि योग में किए गए काम लाभ देते हैं. खासतौर पर व्‍यापार के लिए यह योग बहुत लाभदायी माना गया है. सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए अच्छे कार्य खूब पुण्‍य देते हैं. ध्रुव योग का बनना कुंडली में चंद्रमा को मजबूत करने का मौका देता है. वहीं बुध-गुरु आदित्य योग में की गई होली की पूजा घर में सुख-शांति लाती है. 


होलिका दहन में रखें इन बातों का ख्‍याल 


होलिका दहन शुभ मुहूर्त में ही करें. इस दौरान महिलाएं अपना सिर ढंक लें. इस समय सिर को खुला रखना ठीक नहीं माना जाता है. होली के दिन सात्विक भोजन, मिठाइयां खाएं. इस दिन नॉनवेज-शराब से दूरी बनाकर रखें. साथ ही होली के दिन भोजन करते समय अपना मुंह दक्षिण दिशा की ओर न रखें. होली की रात देर रात तक घर से बाहर न रहें क्‍योंकि इस रात नकारात्‍मक शक्तियां काफी सक्रिय रहती हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)