Janmashtami 2023: भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण में क्या है अंतर? जया किशोरी ने 1 लाइन में दिया समझा
Jaya Kishori Lord Krishna: जया किशोरी (Jaya Kishori) ने भगवान श्रीराम (Lord Ram) और भगवान श्रीकृष्ण (Lord Krishna) के बीच अंतर बताया है. इस वीडियो भी उन्होंने खुद शेयर किया है.
Jaya Kishori Quotes: कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी (Jaya Kishori) ने बताया कि सहारा किसका लेना है? जया किशोरी ने कहा कि जो कभी बदल जाए, आपको धोखा दे दे ऐसे का आश्रय लेकर क्या फायदा? कहीं ना कहीं बात यही है कि संसार या भगवान? संसार का आश्रय नहीं लेना है. भगवान का आश्रय लेना है क्योंकि भगवान कभी बदलते नहीं हैं. सनातन धर्म आपको कभी भी ये नहीं सिखाता कि आंख पर पट्टी बांधकर किसी बात पर भरोसा करो. आपका कोई शास्त्र आपको यह नहीं सिखाता. आपके हर शास्त्र प्रश्नों से शुरू हो रहे हैं. क्यों शुरू हो रहे हैं कि व्यक्ति को प्रश्न करना चाहिए. सवाल जरूर करना चाहिए. तो सनातन धर्म आपको प्रश्न करना सिखाता है. एक वीडियो में जया किशोरी ने भगवान राम और भगवान कृष्ण में अंतर भी बताया.
भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण में क्या है अंतर?
जया किशोरी ने कहा कि भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण के बीच अंतर बहुत सुंदर रूप से बताया गया है कि श्रीराम सिखाते हैं कि मर्यादा में रहते कैसे हैं और श्रीकृष्ण सिखाते हैं कि मर्यादा में रखते कैसे हैं.
गीता में कैसे मिलता है हर सवाल का जवाब?
कथावाचक जया किशोरी ने बताया कि गीता एक ऐसी किताब है कि आप जो इमोशन लेकर पढ़ते हैं वह आपको उसका आंसर देती है. इसीलिए कहा गया है कि आप कभी भी दिक्कत में आएं, आपने बड़े-बड़े स्पीकर के मुंह से सुना होगा कि जब भी दिक्कत हो गीता जी का कोई भी पन्ना खोलकर पढ़िए. आपको अपने प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे. ऐसा कैसे हो सकता है. किताब तो एक ही है. बोलने वालों की परिस्थिति भी एक ही है. अर्जुन की परिस्थिति बार-बार बदल थोड़ी रही है. पर भगवान ने जो सीख दी है, एक परिस्थिति पर नहीं दी है.
अर्जुन तो हैं सिर्फ एक जरिया
जया किशोरी ने आगे कहा कि इन टोटल एक व्यक्ति के जीवन में क्या परिस्थितियां आती हैं. आप अगर बाहर से देखेंगे तो महाभारत का युद्ध है जो हर किसी के जीवन में रोज नहीं हो रहा है. लेकिन दिमाग में रोज हो रहा है. आप रोज लड़ रहे हैं. खुद से, कभी किसी और की बातों से, कभी अपनी परिस्थितियों से तो वह उस लड़ाई की बात हो रही है तो शायद महाभारत का युद्ध सिर्फ उदाहरण है और अर्जुन सिर्फ एक मोहरा है वह ज्ञान सब तक पहुंचाने का.