Jyotish Upay: हिंदू शास्त्रों में देवी-देवताओं की कृपा पाने के लिए कई मंत्र और अनुष्ठानों का जिक्र किया गया है. कहते हैं कि इन मंत्रों के माध्यम से दैवीय कृपा पाई जा सकती है. ये मंत्र व्यक्ति की तरक्की के नए रास्ते खोलते हैं. इनमें से कुछ उपाय कठिन हैं, तो कुछ ऐसे उपायों का जिक्र भी किया गया है, जो आम व्यक्ति आसानी से कर सकता है और जीवन में सफलता पाई जा सकती है.    


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ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि देवी-देवताओं के मंत्र अनुष्ठान के बजाय अगर उनके स्त्रोत को सिद्ध किया जाए, तो व्यक्ति को कम समय में ज्यादा लाभ प्राप्त होते हैं. शास्त्रों में ऐसे बहुत से स्त्रोत और स्तुतियों के बारे में बताया गया है, जो कम समय में ही सिद्ध हो जाते हैं और व्यक्ति की हर अधूरी ख्वाहिश पूरी करते हैं.  आइए जानें ऐसे ही प्रयोग के बारे में.  


ये दो चीजें चमकाएंगी आपकी किस्मक


भाग्य में होगा राजयोग का निर्माण


अगर आपके जीवन में किसी तरह की कोई बाधा आ रही है, शत्रुओं से परेशान हैं, तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को सूर्य की आराधना करनी चाहिए. कहते हैं कि सूर्य की कृपा से भाग्य में राजयोग का निर्माण होता है और व्यक्ति की किस्मत रातों रात चमक जाती है. इसके लिए आपको बस किसी शुभ दिन (रविवार या संक्रांति ) और शुभ मुहूर्त में आदित्य हृदय स्त्रोत का 1100 बार पाठ करें. इसके बाद नियमित रूप से 7 बार या 11 बार पाठ करें.


इस उपाय को करने के बाद अगर जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं, करियर में ग्रोथ होने लगे तो इस अनुष्ठान को लगातार 40 दिन तक आदित्य हृदय स्त्रोत का रोजाना 108 बार पाठ करें. इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.   वहीं, अगर आप मकान या कार आदि लेना चाहते हं तो उसमें भी इस उपाय को कर सकते हैं.  


सभी संकटों से रक्षा के लिए


अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार है, या फिर किसी ने आप पर तंत्र का प्रयोग किया है, तो उसके लिए राम रक्षा स्त्रोत का प्रयोग किया जा सकता है. इस पाठ में भगवान श्री राम से भक्त के शरीर और जीवन की रक्षा करने की प्रार्थना की जाती है.  इसे सिद्ध करने के लिए किसी शुभ दिन जैसे शनिवार, रामनवमी, होली, दिवाली आदि के दिन 1100 बार विधिवत पाठ करें.


अनुष्ठान के पूरा होने के बाद नियमित 7 बार राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें. इससे व्यक्ति के जीवन में आने वाले सभी संकट नष्ट हो जाते हैं.  


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)