Kalka maa mandir: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले स्थि प्रसिद्ध कालिका माता मन्दिर ने माता के दर्शनों के लिए मंदिर आने वाले सभी भक्तों के लिए गाइडलाइंस यानी दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जिनका अब पालन करना जरूरी हो गया है. इस प्रसिद्ध मंदिर में कल तक तो श्रद्धालु अपनी मर्जी से जैसा चाहे वैसी मनमर्जी की ड्रेस और कपड़े पहनकर आते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. श्रृद्धालुओं के लिए नया ड्रेसकोड लागू हो गया है. इस आदेश की सूचना बड़े-बड़े बोर्ड में मंदिर परिषर में लगा दी गई है. 


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'श्रद्धा के समागम में शुचिता जरूरी'


मंदिर प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अब सिर्फ सात्विक कपड़े पहनकर आने वाले श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया जाएगा. इस मंदिर के पुजारी राजेंद्र शर्मा का कहना है कि अगर श्रद्धालू वेस्टर्न या अमर्यादित कपड़ों में आते हैं तो उन्हे बाहर से ही दर्शन करना होगा. 


मंदिर प्रबंधन के फैसले से भक्तों को ऐतराज नहीं


ऐसे किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के भीतर आने नहीं दिया जायेगा. मंदिर के इस फैसले पर भक्त भी सहमत है. कालिका माता मंदिर में पहली बार मंदिर के पुजारियों ने ड्रेस कोड लागू किया है. 


इस मंदिर की मूर्तियां प्रभावशाली और प्राचीन वास्तुकला का प्रतीक हैं. बगीचों से घिरा यह मंदिर, भक्तों के लिए एक आदर्श स्थान है. यहां आकर लोगों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आसपास के बाजार में दुकानों पर धार्मिक कलाकृतियों के खरीदारों की भीड़ लगी रहती है. इस मंदिर की बड़ी मान्यता है. वहीं इसके अलावा अगर आप रतलाम के प्रामाणिक सार और वर्षों से विरासत में मिली समृद्ध संस्कृति का पता लगाना चाहते हैं तो यह बाज़ार आपके लिए एक पेशकश स्थल है. कालिका माता मंदिर रतलाम शहर के मध्य में शास्त्री नगर में स्थित है.


दर्शन का समय: सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक


प्रवेश शुल्क: निःशुल्क प्रवेश


रतलाम से दूरी: 1.7 किमी