Kaliyug: इन चार जगहों पर है कलयुगा का वास, सोच समझकर खरीदें सोना
Kaliyug: सबसे पहले तो कलयुग सोना में घुसा लेकिन इसके बाद उसने अन्य चार जगहों पर कब्जा जमाया. लेकिन अगर आप इन चार जगहों पर जाते हैं तो सोच-समझ कर जाएं.
kaliyug: सतयुग, त्रेतायुग और द्वापर युग के बाद पृथ्वि पर कलियुग आ चुका है. कुछ लोग इसे कलयुग के नाम से भी जानते हैं. सबसे पहले कलयुग सोना में घुसा. इसके बाद वह चार अन्य जगहों पर पहुंचा. आज हम आपको बता रहे हैं कि सोना के बाद अन्य किन चार जगहों पर कलयुग का आगमन हुआ. आईए जानते हैं कौन-कौन से वह स्थान हैं जहां कलयुग का वास सबसे पहले हुआ.
वेश्यालय में है कलयुगा का वास
जब राजा परीक्षित के सोने के मुकुट में सबसे पहले कलयुग घुसा तो वह राजा की बद्धि को भ्रम में डालकर अपने मनचाहा स्थान पा लिया. सोना के बाद कलयुग पहुंचा वेश्यालय. यहां पहुंचकर उसने अपनी जगह बनाई. क्योंकि वेश्यालयों में मानवीय संवेदनाएं मर चुकी है और वहां पैसों के दम पर मनुष्ययों की खरीद बिक्री होती है. ऐसे में जहां कोई नियम नहीं चलते हैं वहां कलियुग पहुंच जाता है.
जुआ घर में भी रहता है कलयुग
जहां भी झूठ और बेईमानी से पैसे कमाए जाते हैं ऐसे जगहों पर कलयुग जरूर होता है. इन्हीं में से एक जगह है जुआ घर. यहां बिना किसी नियम-कानून के पैसे कमाए जाते हैं. ऐसी जगह पर देवी-देवता का वास नहीं होता है. इस कारण यहां कलयुग अपना घर बना चुका है.
कसाई खाने में कलियुग का वास
जिन जगहों पर निर्दोष जीवों की हत्या होती है. अपने आनंद के लिए जानवरों का वध किया जाता है उन जगहों पर कलयुगा का वास होता है. ऐसे जगहों पर देवी-देवता निवास नहीं करते हैं. इस कारण इन जगहों पर कलयुग का एकक्षत्र राज होता है. ऐसी जगहों पर भी कोई नियम-कानून नहीं माने जाते हैं.
शराबखाने में भी कलयुग का वास
कलयुग का वास शराबखाने या शराबघर में भी होता है. क्योंकि शराब पीने के कारण अक्सर लोगों की बुद्धि भ्रमित हो जाती है. इस दौरान इंसान न तो किसी की गरिमा का ख्याल रखता है और न ही मानवता का. ऐसी स्थिति में इंसान की सोचने-समझने की क्षमता खत्म हो जाती है. इस कारण वहां भी कलयुग का वास हो जाता है. इसके अलावा सोना में भी कलयुग का वास होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)