Karwa Chauth 2022: 6 दिन बाद रखा जाएगा करवा चौथ व्रत, इन चीजों के बिना अधूरी है सरगी की थाली, अभी से कर लें तैयारी
Karwa Chauth Sargi 2022: करवा चौथ पर सरगी की परंपरा काफी पुरानी है. इस दिन सास अपनी बहू को करवा चौथ के व्रत से पहले सरगी देती हैं. इसे बेहद शुभ माना जाता है. जानें करवा चौथ की सरगी की थाली में किन चीजों का होना शुभ होता है.
Karwa Chauth Sargi Muhurat 2022: कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस बार करवा चौथ का व्रत 13 नवंबर को रखा जाएगा. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं. इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है. भूखी-प्यासी रहकर रात में चंद्रोदय के बाद चांद को अर्घ्य देकर ही व्रत पारण किया जाता है. लेकिन हिंदू धर्म में करवा चौथ का व्रत शुरू होने से पहले सास द्वारा बहू को सरगी देने की परंपरा है.
शास्त्रों में व्रत को लेकर कुछ खास नियम बताए गए हैं. जिनका पालन करने पर ही महिलाओं को व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है. करवा चौथ व्रत की तैयारी महिलाएं कई दिन पहले से ही करनी शुरू कर देती हैं. ऐसे में अगर आप भी सरगी के लिए थाली तैयार करने की सोच रही हैं,तो बता दें कि उसमें किन चीजों को शामिल करना जरूरी है. जानें सरगी का मुहूर्त और इनसे जुड़ी जानकारियां.
करवा चौथी की सरगी में क्या होता है
करवा चौथ से एक दिन पहले सास अपनी बहू को सुहाग और खाने का सामान देती हैं. इसे सरगी कहा जाता है. सुहागिन महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर ये सामान खाती हैं. सरगी की थाली में 16 ऋंगार की सभी सामग्री, ड्रायफ्रूट्स, फल, मिठाई आदि सामान रखा जाता है. सरगी के सामान से ही व्रत का आरंभ किया जाता है. अगर किसी महिला की सास नहीं है तो जेठानी या फिर बहन भी इस रस्म को निभा सकती है.
सरगी का शुभ मुहूर्त
करवा चौथ के व्रत के दिन सूर्योदय से पहले ही सरगी की जाती है. इस दिन प्रातः काल 4-5 बजे के करीब कर लेना सही रहता.सरगी के दौरान तेल-मसाले वाली चीजें नहीं खानी चाहिए. कहते हैं कि इससे व्रत का फल नहीं मिलता. ब्रह्म मुहूर्त में सरगी का सेवन अच्छा माना जाता है.
ब्रह्म मुहूर्त - 13 अक्टूबर, प्रातः काल 04 बजकर 46 मिनट से लेकर 05 बजकर 36 मिनट तक है.
सरगी में शामिल करें ये चीजें
सुहाग का सामान
सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती हैं.ऐसे में सरगी की थाली में कुमकुम, बिंदी, पायल, मेहंदी, चूड़ी, लाल साड़ी, गजरा, महावर, सिंदूर, पायल, मांग टीका, बिछिया, काजल, कंघी आदि चीजें अवश्य शामिल करें.
ताजे फल
सरगी की थाली में ताजे फल जैसे सेब, अनानास, मौसमी आदि को शामिल करें. सेहत के लिहाज फलों को शामिल करना अच्छा होता है. ज्योतिष शास्त्र अनुसार करवा चौथ व्रत सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला रखा जाता है. ऐसे में फलों के सेवन से महिलाओं को दिनभर एनर्जी रहती है.
मिठाई
सरगी हमेशा सूर्योदय से पहले ही खाई जाती है. ऐसे में सरगी की थाली में मिठाई जररू रखें. मीठा खान से व्रत में कोई बाधा नहीं आती.
मेवे और नारियल पानी
दिनभर भूखे-प्यासे रहने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है. ऐसे में सरगी में मेवे और नारियल पानी को शामिल करें. सरगी के समय इन्हें खाने से व्रत के समय एनर्जी रहती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)