नई दिल्ली: भगवान केदारनाथ धाम (Kedarnath) के कपाट निर्धारित तिथि 29 अप्रैल को सुबह 6:10 बजे ही खुलेंगे. मंगलवार को ऊखीमठ में पंचगाई समिति के प्रमुखों की बैठक में ये फैसला लिया गया है. बताते चलें कि कोरोना संक्रमण के खतरे को देख इतिहास में पहली बार बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि को बढ़ाकर 14 मई कर दिया गया है. इस फैसले के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि भी आगे बढ़ाई जा सकती है. 


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मंगलवार को लोगों के साथ वरिष्ठ तीर्थपुरोहित, आचार्य और वेदपाठियों की मौजूदगी में केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंदिर के कपाट तय तिथि पर ही खोलने का फैसला लिया गया है. बैठक में मौजूद लोगों ने बताया कि तीर्थ-पुरोहितों ने कपाट खुलने के समय में बदलाव का पुरजोर विरोध किया. 


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हालांकि बैठक ये फैसला सर्वसहमति से लिया गया है. जानकारों ने बताया कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर रॉवल भी धाम में मौजूद रहेंगे. बताते चलें कि फिलहाल वे क्वारंटाइन में हैं. उन्होंने बताया कि रॉवल का स्वास्थ्य बिलकुल ठीक होने से उन्हें केदारनाथ जाने दिया जायेगा और उनकी उपस्थिति में केदारनाथ के कपाट खोले जायेंगे.


गौरतलब है कि बदरीनाथ के कपाट खोलने के संबंध में सोमवार 20 अप्रैल को मु्ख्यमंत्री आवास पर बैठक की गई थी. इस बैठक में भगवान बदरीनाथ के कपाट 15 मई 2020 को सुबह 4:30 बजे खोलने का निर्णय लिया गया है. इस बैठक में टिहरी की महारानी व सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर उपस्थित थे.


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