क्या है जन्माष्टमी मनाने की सही तारीख? बाल गोपाल की पूजा का शुभ मुहूर्त भी जानें
Krishna Janmashtami 2023 Date and Time: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव यानी कि जन्माष्टमी के पर्व को लेकर इंतजार शुरू हो गया है. हालांकि इस साल जन्माष्टमी मनाने की सही तारीख को लेकर असमंजस की स्थिति है.
Krishna Janmashtami 2023 Kab hai: सावन महीना भगवान शिव को समर्पित है और इसके बाद आता है भाद्रपद का महीना. भाद्रपद महीना भगवान कृष्ण को समर्पित है. इसी महीने में कृष्ण जी का जन्म हुआ था. इस दिन को जन्माष्टमी महापर्व के रूप में मनाया जाए. इस साल 31 अगस्त 2023 से भाद्रपद महीना शुरू हो रहा है. भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है.
हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी बहुत महत्वपूर्ण पर्व माना गया है. पूरे देश में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है. देर रात बाल गोपाल की पूजा होती है, उन्हें माखन-मिश्री का भोग लगाया जाता है, झूला झुलाया जाता है. इस दिन कृष्ण मंदिरों की सजावट देखने लायक होती है. विशेषतौर पर भगवान कृष्ण के जन्मस्थान मथुरा में तो जन्माष्टमी की धूम निराली ही होती है.
जन्माष्टमी 2023 कब है?
हिंदी पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कि जन्माष्टमी तिथि 6 सितंबर 2023 की दोपहर 03.37 मिनट पर शुरू होगी और 7 सितंबर 2023 की शाम 04.14 मिनट पर समाप्त होगी. ऐसे में लोगों के मन में असमंजस की स्थिति है. पुराणों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रात 12 बजे रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. इस मान्यता के अनुसार गृहस्थ जीवन वाले लोग 6 सितंबर को जन्मोत्सव मनाएंगे. इस दिन रोहिनी नक्षत्र भी है, ऐसा अद्भुत संयोग बनना बहुत शुभ है. वहीं वैष्णव संप्रदाय में श्रीकृष्ण की पूजा 7 सिंतबर को की जाएगी.
जन्माष्टमी 2023 पूजा का शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का शुभ मुहूर्त 6 सितंबर की मध्यरात्रि 12:02 से मध्यरात्रि 12:48 तक है. इस तरह पूजा की अवधि केवल 46 मिनट की ही रहेगी. वहीं जन्माष्टमी व्रत पारण का समय 7 सिंतबर 2023 की सुबह 06.09 के बाद है.
वहीं जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र की शुरुआ 6 सितंबर 2023 की सुबह 09:20 से 7 सितंबर 2023 की सुबह 10:25 तक रहेगा. जन्माष्टमी के दिन शुभ मुहूर्त में कान्हा की विधि-विधान से पूजा करें और माखन, मिश्री, पंजरी, खीरे का भोग लगाएं. ऐसा करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. सुख-समृद्धि मिलती है. संतान प्राप्ति के योग बनते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)