Kumbh Mela 2025: जैसे-जैसे महाकुंभ मेले का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे-वैसे भक्तों में कुंभ स्नान को लेकर उत्साह बढ़ता जा रहा है. 144 साल बाद तीर्थनगरी प्रयागराज में पूर्ण कुंभ का दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है. महाकुंभ प्रत्येक 12 साल पर लगता है और जब 12-12 वर्षों का 12वां चरण पूरा होता है तो उसे पूर्ण कुंभ कहा जाता है. ऐसे में इस बार जो महाकुंभ लग रहा है इसका संयोग 144 साल बाद बना है. इसके अलावा इस बार महाकुंभ के पहले दिन भी खास संयोग बनने जा रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि इस साल अमृत स्नान (शाही स्नान) के लिए सबसे शुभ तिथियां कौन-कौन सी हैं.


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महाकुंभ के पहले दिन अद्भुत संयोग


वैदिक पंचांग के अनुसार, जिस दिन महाकुंभ का आरंभ होगा उस दिन रवि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है. इस शुभ संयोग में स्नान और दान करने का महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाता है. महाकुंभ के पहले दिन रवियोग का शुभ संयोग सुबह 7 बजकर 15 मिनट से 10 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. हिंदू धर्म में रवि योग को शुभ कार्यों के लिए खास माना गया है.


कब से कब तक है कुंभ मेला 2025


इस बार महाकुंभ मेला पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहा है. जबकि इसका समापन फाल्गुन कृष्ण अमावस्या (महाशिवरात्रि) यानी 26 फरवरी को होगा. इस दिन महाकुंभ का आखिरी अमतृ स्नान (शाही स्नान) होगा.


2025 महाकुंभ में कब-कब होगा शाही स्नान


पौष पूर्णिमा- 13 जनवरी 2025


मकर संक्रांति- 14 जनवरी 2025


मौनी अमावस्या- 29 जनवरी 2025


बसंत पंचमी- 3 फरवरी 2025


माघी पूर्णिमा- 12 फरवरी 2025


महाशिवरात्रि- 26 फरवरी 2025 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)