Mangala Gauri Vrat 2022: मनपसंद जीवनसाथी और खुशहाल मैरिड लाइफ चाहते हैं तो आज कर लें बस ये एक काम!
Mangala Gauri Vrat Puja 2022: आज सावन शिवरात्रि और मंगला गौरी व्रत एक साथ पड़ रहे हैं. ऐसा शुभ संयोग दुर्लभ ही बनता है. यदि इस दिन कुंवारी लड़कियां और सुहागिनें भगवान शिव और पार्वती की पूजा करें तो उन्हें मनपसंद जीवनसाथी और सुखद दांपत्य मिलता है.
Mangala Gauri Vrat Katha 2022: आज 26 जुलाई 2022, मंगलवार को सावन महीने का दूसरा मंगला गौरी व्रत रखा जा रहा है. यह व्रत कुंवारी लड़कियों और सुहागिनों के लिए बहुत शुभ माना गया है. उस पर आज सावन शिवरात्रि का बेहद शुभ संयोग भी होने से इस व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है. इसके अलावा दूसरे मंगला गौरी व्रत के दिन चर और हर्षण नाम के 2 शुभ योग भी बन रहे हैं. इन योगों में की गई पूजा और उपाय कई गुना ज्यादा फल देते हैं. मान्यता है कि यह व्रत रखने और पूजा करने से कुंवारी लड़कियों को मनपसंद जीवनसाथी मिलता है. वहीं सुहागिन महिलाओं का वैवाहिक जीवन खुशहाल रहता है.
ऐसे करें मंगला गौरी व्रत-पूजा
मंगला गौरी के दिन सुबह जल्दी स्नान करें. हो सके तो लाल या हरे रंग के कपड़े पहनें. यदि व्रत रख रहे हैं तो शिव-पार्वती के सामने हाथ जोड़कर व्रत का संकल्प लें. शुभ मुहूर्त में मंगला गौरी की पूजा करें. इसके लिए चौकी पर देवी पार्वती की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें. उन्हें रोली, कुमकुम, अक्षत चढ़ाएं. माता पार्वती को श्रृंगार का सामान अर्पित करें. उन्हें फल-मिठाई का भोग लगाएं. आखिर में जरूर करें. शाम को व्रत खोलें.
मां पार्वती की आरती
जय पार्वती माता,
जय पार्वती माता
ब्रह्मा सनातन देवी,
शुभ फल की दाता.
॥ जय पार्वती माता... ॥
अरिकुल कंटक नासनि,
निज सेवक त्राता,
जगजननी जगदम्बा,
हरिहर गुण गाता.
॥ जय पार्वती माता... ॥
सिंह को वहान साजे,
कुंडल है साथा,
देव वधू जस गावत,
नृत्य करत ता था.
॥ जय पार्वती माता... ॥
सतयुग रूप शील अतिसुंदर,
नाम सती कहलाता,
हेमाचंल घर जन्मी,
सखियां संगराता.
॥ जय पार्वती माता... ॥
शुम्भ निशुम्भ विदारे,
हेमाचंल स्थाता,
सहस्त्र भुजा तनु धरिके,
चक्र लियो हाथा .
॥ जय पार्वती माता... ॥
सृष्टि रूप तुही है जननी,
शिव संग रंगराता,
नन्दी भृंगी बीन लही,
सारा जग मदमाता.
॥ जय पार्वती माता... ॥
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