Mangala Gauri Vrat Upay: सावन का महीना शिव भक्तों के लिए बहुत खास होता है. सावन के महीने में जो भक्त भगवान शिव की पूरी श्रद्धापूर्वक पूजा-आराधना करता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. इस बार सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है. सावन के महीने में ही मंगला गौरी का व्रत भी किया जाता है. जैसे सावन का हर सोमवार भोलेनाथ की पूजा के लिए होता है उसी तरह सावन का हर मंगलवार मंगला गौरी व्रत के लिए होता है. 


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इस दिन विवाहित महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन के लिए और मां गौरी का आशीर्वाद पाने के लिए मंगला गौरी व्रत रखती हैं. इस दिन मां पार्वती का मंगला गौरी के रूप में पूजन किया जाता है. इस बार मंगला गौरी व्रत की शुरुआत 4 जुलाई यानी सावन के महीने की शुरुआत से ही हो रही है. इस बार सावन पूरे 58 दिन का होगा. इस दौरान 9 मंगला गौरी व्रत पड़ेंगे. इन दौरान कुछ उपाय करके वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानी और कुंडली के मंगल दोष को भी दूर किया जा सकता है.


मंगला गौरी व्रत में रखें इन बातों का ध्यान


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कुंडली में मंगल दोष है तो मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखें. इस दिन पूजा के बाद मां मंगला गौरी के साथ-साथ बजरंग बली के चरणों से सिंदूर लेकर अपने माथे पर लगाएं.


- बता दें कि शास्त्रों के अनुसार मंगल दोष को कम करने के लिए लाल कपड़े में सौंफ बांधकर अपने बिस्तर के नीचे रख लें. 


- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सावन के महीने में या मंगला गौरी व्रत के दिन मंगला गौरी मंत्र- ॐ गौरीशंकराय नमः का अधिक से अधिक बार जाप करने से विवाह के योग बनने लगते हैं.


- शास्त्रों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति के विवाह में देरी हो रही है तो मंगला गौरी व्रत के दिन मिट्टी का खाली लोटा नदी में प्रवाहित करना चाहिए. ऐसा करने से विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है.


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)