नई दिल्‍ली: हर व्रत-त्‍योहार (Vrat-Tyohar) अपने आप में खास होता है लेकिन वह व्रत-त्‍योहार किस दिन है, उस दिन क्‍या मुहूर्त (Muhurat) है और ज्‍योतिष के मुताबिक स्थितियां क्‍या हैं, इसका भी बहुत महत्‍व होता है. यदि ऐसे खास मौकों पर ग्रह स्थितियां (Planet Position) अच्‍छी हों तो यह लोगों के लिए खुशहाली का सबब बनती हैं वहीं अशुभ स्थितियां आपदाएं लेकर आती हैं. नवरात्रि के पर्व का हिंदू धर्म में बहुत महत्‍व है. इस पर्व के दौरान मां के आगमन और प्रस्‍थान की सवारी का लोगों की जिंदगी, मौसम, आर्थिक स्थिति आदि पर बड़ा असर होता है. 


डोली पर सवारी आपदाओं का संकेत


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7 अक्‍टूबर 2021, शुक्रवार से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा डोली में सवार (Maa Durga in Doli) होकर आ रही हैं और 15 अक्‍टूबर को हाथी पर सवार होकर प्रस्‍थान करेंगी. शास्‍त्रों में मां के आगमन और प्रस्‍थान की सवारी को लेकर शुभ-अशुभ संकेत बताए हैं. इसके मुताबिक मां का डोली में आगमन शुभ नहीं माना गया है. ऐसा होने पर आपदाएं आती हैं या हिंसा होती है. कुल मिलाकर यह सवारी मृत्‍यु का कारण बनती है. वहीं हाथी पर विदाई को शुभ माना गया है. हाथी पर मां की विदाई होने से अच्‍छी बारिश होती है और धन-धान्‍य बढ़ता है.


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ऐसे तय होती है मां की सवारी 


मां दुर्गा के आगमन और प्रस्‍थान की सवारी नवरात्रि शुरू और समाप्‍त होने के दिन से तय होती है. यदि नवरात्रि की शुरुआत सोमवार या रविवार को हो तो इसका मतलब होता है कि मां हाथी पर सवार होकर आएंगी. शनिवार और मंगलवार को हो तो मां घोड़े पर सवार होकर आती हैं. वहीं गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि की शुरुआत मां की डोली पर सवारी का संकेत होती है.  


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)