Navratri 2023: नवरात्रि हिन्दू धर्म का एक खास त्योहार है, जिसे देवी दुर्गा की उपासना के लिए नौ दिनों तक मनाया जाता है. शक्ति उपासना के इन खास दिनों में भक्त व्रत और पूजा में लगे रहते हैं. नवरात्रि में देवी के नौ विभिन्न रूपों की पूजा होती है. इस त्योहार में गरबा और डांडिया जैसे लोकप्रिय नृत्य भी किए जाते हैं. नवमी तिथि को आयोजित होने वाले कन्या पूजन के साथ यह त्योहार समाप्त होता है. ये मान्यता है कि इस समय जो भी व्यक्ति माता रानी को 16 श्रृंगार अर्पित करता है, उसके घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य की विशेष कृपा बनी रहती है.


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16 श्रृंगार का महत्व
नवरात्रि में मां दुर्गा को 16 श्रृंगार के साथ पूजा की जाती है. इन 16 श्रृंगारों में लाल चुनरी, चूड़ी, बिछिया, इत्र, सिंदूर, बिंदी, मेहंदी, काजल आदि शामिल हैं. जो महिला माता को इन 16 श्रृंगारों को अर्पित कर उनकी पूजा करती है, उसे खुद भी वैसे ही श्रृंगार में रहना चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार, ऐसा करने से महिलाओं को सौभाग्य की प्राप्ती होती है और उनके पति की लंबी उम्र होती है. 


महामाया मंदिर
महामाया मंदिर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर जिले में स्थित है. रायपुर के पुरानी बस्ती इलाके में स्थित मां महामाया मंदिर का इतिहास 1400 साल पुराना है. यह मंदिर महामाया देवी, जो दुर्गा मां के एक स्वरूप को समर्पित है. मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा और आयोजन होते हैं जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं. इस मंदिर की प्राचीनता और धार्मिक महत्व के कारण यह छत्तीसगढ़ के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है.


अन्य जानकारी
नवरात्रि के अवसर पर इस मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है. इस समय यहां लाखों भक्त माता की आराधना करते हैं. इस मंदिर के पास एक खास दुकान है जहां 16 श्रृंगार उपलब्ध होते हैं, और भक्त इसे बहुत ही सामान्य मूल्य पर प्राप्त कर सकते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)