नई दिल्ली: इंसान के जीवन में कभी सुख तो कभी दुख आते ही रहते हैं. ऐसे में वह समझ नहीं पाता कि ऐसा क्यों हो रहा है लेकिन अगर आप अपने हाथ की हथेलियों (Palm Lines) को देखेंगे तो खुद समझ जाएंगे कि ऐसा क्यों हो रहा है. 


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प्रत्येक व्यक्ति अपनी जिंदगी में जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा (Palmistry) लेकर आता है. ये तीनों रेखाएं उसकी हथेलियों पर बनी होती हैं. इन तीनों के अलावा कई लोगों की हथेलियों पर भाग्य रेखा भी बनी हुई होती है. जिससे उस व्यक्ति के भाग्य के बारे में पता चलता है. 


खुद जान सकते हैं अपना भविष्य


ऐसे में आप खुद जान जाएंगे क‌ि आपकी क‌िस्मत आपका क‌ितना साथ देगी और आपकी आर्थ‌िक स्‍थ‌ित‌ि कैसी रहेगी. क्या आप अपनी कमाई से धनवान बनेंगे या कहीं से आपको धन का लाभ म‌िलेगा ज‌िससे आप धनी हो जाएंगे. आइये देखें क‌ि आपकी हथेली में धन की रेखा (Palm Lines) क्या कहती है. हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) के अनुसार हाथ की लकीरों से व्यक्ति के भाग्य से जुड़ी बहुत सी बातों को जाना जा सकता है. हथेलियों के पर्वत व्यक्ति की मनोदशा की स्थिति बताते हैं. वहीं, रेखाओं से व्यक्ति के भविष्य का पता चलता है. 


धन रेखा कौन सी है?


हस्तरेखा शास्त्र (Hast Rekha Shastra) के अनुसार रिंग फिंगर और सबसे छोटी उंगली के नीचे सीधी रेखा को धन की रेखा (Money Line) कहा जाता है. धन रेखा के माध्यम से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के बारे में जाना जा सकता है. हथेली में धन की रेखा जानने से पहले ये जानना जरूरी है कि कौन से हाथ में धन रेखा यानी मनी लाइन को देखना चाहिए.


ये होती है भाग्य रेखा


हथेली के नीचे का स्थान जिसे हम मणिबंध कहते हैं, वहां से निकलकर जो रेखा मध्यमा उंगली के पास जाती है, वह भाग्य रेखा (Fate Line) कहलाती है. यदि भाग्य रेखा एकदम स्पष्ट हो तो व्यक्ति भाग्यशाली होता है. ऐसा माना जाता है कि यदि यह रेखा हथेली के नीचे से निकले तो यह पारिवारिक समर्थन से भाग्योदय की ओर इशारा करती है.


करियर, नौकरी का चलता है पता


भाग्य रेखा (Fate Line) की बनावट पर निर्भर करता है कि व्यक्ति भाग्यशाली है या दुर्भाग्यशाली. हथेली में मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत होता है. इसे ही भाग्यस्थान माना जाता है. हथेली में कहीं से भी चलकर जो रेखा इस स्थान तक पहुंचती है उसे भाग्य रेखा कहते हैं. मनुष्य के करियर, नौकरी में पदोन्नति और आजीविका में परिवर्तन के लिए यह रेखा भाग्य रेखा काफी हद तक जिम्मेदार होती है. 


इसे किस्मत रेखा या नौकरी रेखा के नाम से भी जाना जाता है. यह आमतौर पर हथेली में ऊपर की ओर से शुरू होती है और सीधे शनि पर्वत की ओर जाती दिखती है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, अगर आपकी हथेली पर भाग्य रेखा मोटी से पतली हो तो आपको व्यापार में काफी लाभ मिलता है. 


लेटी हुई लाइन होती है हृदय रेखा


हथेली के मध्य में एक भाग से लेकर दूसरे भाग तक लेटी हुई रेखा को हृदय रेखा (Heart Line) कहते हैं. यदि हृदय रेखा एकदम सीधी या थोडा सा घुमाव लेकर जाती है तो वह व्यक्ति को निष्कपट बनाती है. यदि हृदय रेखा लहराती हुई चलती है तो वह व्यक्ति हृदय से पीडित रहता है.


जीवन रेखा से जुड़ी है मस्तिष्क रेखा


हस्तरेखाविद् द्वारा की पहचान की जाने वाली अगली रेखा मस्तिष्क रेखा (Brain Line) होती है. यह रेखा तर्जनी उंगली के नीचे से शुरू होकर हथेली होते हुए बाहर के किनारे की ओर बढ़ती है. अक्सर मस्तिष्क रेखा शुरुआत में जीवन रेखा के साथ जुड़ी होती है. हस्तरेखाविद् आम तौर पर इस रेखा की व्याख्या व्यक्ति के मन के प्रतिनिधि कारकों के रूप में करते हैं और जिस तरह से यह काम करती है, उनमें सीखने की शैली, संचार शैली, बौद्धिकता और ज्ञान की पिपासा भी शामिल होती है. 


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हाथ की रेखा देखने का नियम


आम तौर पर कहा जाता है कि पुरुष का दाहिना और महिला का बायां हाथ (Palm Lines) देखा जाना चाहिए लेकिन यह सही तरीका नहीं है. इसके बजाय महिला-पुरुष का वह हाथ देखा जाना चाहिए. जिससे वे काम करते हैं यानी जो हाथ उनका कर्मकारक है. ऐसे में अगर कोई महिला-पुरुष बायें हाथ से काम करते हैं तो उनकी हथेली की रेखा देखने के लिए बायां हाथ इस्तेमाल होना चाहिए. 


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