नई दिल्ली: हथेली की रेखाओं और विशेष चिह्नों से भविष्य का पता चलता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली का चंद्र पर्वत मन का कारक है. चंद्र पर्वत से व्यक्ति की मानसिक स्थिति का भी पता चलता है. इसके अलावा इसके इंसान की कल्पना शक्ति का भी पता चलता है. हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार जानते हैं हथेली का चंद्र पर्वत किस प्रकार जीवन को प्रभावित होता है.


ऐसे लोगों पर रहती है भगवान शिव की विशेष कृपा


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-हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक हाथ में चंद्र पर्वत मन का होता है. मन की एकाग्रता और व्यसन का पता भी चंद्र पर्वत से चलता है. अगर हथेली में चंद्र पर्वत उभरा हुआ है तो यह अच्छा परिणाम देता है. वहीं अगर ये बहुत उभरा हुआ है तो यह अशुभ परिणाम देता है. हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक सामान्य स्थिति में ही चंद्र पर्वत को शुभ परिणा देता है. वहीं दबा हुआ चंद्र पर्वत अशुभ माना जाता है. 


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-हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक अगर चंद्र पर्वत पुष्ट है तो मन शांत रहता है. साथ ही ऐसे लोगों का वैचारिक स्तर भी बहुत अच्छा होता है. इसके अलावा ऐसे लोग दार्शनिक भी होते हैं. साथ ही जिन लोगों का चंद्रमा बहुत अधिक अच्छा होता है, उन्हें किसी घटना का पूर्व आकलन हो जाता है. 


-हथेली का चंद्र पर्वत अच्छा रहने पर जातक काम में एकाग्रचित रहते हैं. साथी ही ऐसे लोगों को माता से अच्छा संबंध रहता है. इसके अलावा ऐसे लोग किसी प्रकार के व्यसनों में नहीं पड़ते हैं. चंद्रमा अत्यधिक उच्च स्थिति हो तो मन में बहुत अधिक विचार आते रहते हैं. 


-हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक आध्यात्मिक उन्नति के लिए भी चंद्रमा का अच्छा होना जरूरी है. जिन लोगों के हथेली में चंद्रमा अच्छा होता है वे भगवान शिव के उपासक होते हैं. साथ ही ऐसे लोगों को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)