Paush Month 2023 Date and Upay: हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह की समाप्ति के बाद पौष मास का प्रारंभ होता है जिसे पूष भी कहा जाता है. पूष का महीना ईश्वर की उपासना के लिए तो खास है किंतु इस माह में शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य करना वर्जित है. मौसम के लिहाज से इस एक महीने में सबसे सर्द रातें होती हैं इसलिए इस महीने में ठंड से बचाव रखना चाहिए. 


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कब से होगा शुरू? Paush Month Start Date


 


इस साल पौष माह का प्रारंभ 27 दिसंबर, बुधवार को कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा के साथ होगा और 11 जनवरी, गुरुवार को अमावस्या होगी. 12 जनवरी, शुक्रवार को  पौष मास के शुक्ल पक्ष का प्रारंभ होगा और ठीक तीन दिन बाद मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा. सूर्यदेव प्रत्येक राशि में करीब एक माह तक प्रवास करते हैं और जब वह अपनी राशि बदलते हैं तो उसे संक्रांति कहा जाता है. 


 


कब है मकर संक्रांति 2024 ?


 


इस बार 15 जनवरी, सोमवार को सूर्यदेव धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे इसलिए उस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा, इस दिन खिचड़ी और तिल के दान का बहुत ही अधिक महत्व है. सूर्य का परिवर्तन इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है, क्योंकि इस दिन से सूर्य उत्तर दिशा की ओर बढ़ना प्रारंभ करते हैं. जिसे उत्तरायण सूर्य भी कहा जाता है     और खरमास का समापन हो जाता है. 


 


पौष माह की तिथियां


  • 27 दिसंबर, बुधवार- पौष मास कृष्ण पक्ष प्रतिपदा

  • 01 जनवरी, सोमवार - अंग्रेजी नववर्ष का प्रारंभ

  • 04 जनवरी, गुरुवार - कालाष्टमी  

  • 07 जनवरी, रविवार - सफला एकादशी

  • 08 जनवरी, सोमवार - सुरुपा द्वादशी

  • 09 जनवरी, मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि व्रत

  • 11 जनवरी, गुरुवार - पौष मास अमावस्या

  • 12 जनवरी, शुक्रवार - पौष मास शुक्ल पक्ष का प्रारंभ

  • 13 जनवरी, शनिवार - लोहड़ी

  • 15 जनवरी, सोमवार - मकर संक्रांति, खिचड़ी दान, खरमास समाप्त 

  • 20 जनवरी, शनिवार - शाम्ब दशमी

  • 21 जनवरी, रविवार - पुत्रदा एकादशी व्रत

  • 22 जनवरी, सोमवार - कूर्म द्वादशी

  • 23 जनवरी, मंगलवार - भौम प्रदोष व्रत

  • 25 जनवरी, गुरुवार - पौष माह पूर्णिमा, शाकम्भरी