Mauni Amavasya के दिन बन रहा महोदय योग, जानें क्या दान करने से पूरी होगी सभी मनोकामनाएं
11 फरवरी 2021 को माघ मास की अमावस्या है जिसे मौनी अमावस्या कहते हैं. इस दिन महोदय योग भी बन रहा है तो जानें इस दिन गंगा स्नान और दान का क्या महत्व है.
मौनी अमावस्या पर ग्रहों का शुभ संयोग
इस साल मौनी अमावस्या के मौके पर ग्रहों का विशेष संयोग बन रहा है. इस दिन श्रवण नक्षत्र में चंद्रमा है और मकर राशि में एक साथ 6 ग्रहों की मौजूदगी से एक महासंयोग बन रहा है जिसे महोदय योग कहा जाता है. ऐसी मान्यता है कि महोदय योग में कुंभ में डुबकी लगाने और गंगाजल से स्नान करने से शुभ फल प्राप्त होता है.
मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त
- फरवरी 11, 2021 को रात 1 बजकर 48 मिनट से मौनी अमावस्या आरंभ
- फरवरी 12, 2021 को रात 12 बजकर 37 मिनट पर मौनी अमावस्या समाप्त
- 11 फरवरी को दिन में 2 बजकर 5 मिनट तक महोदय योग और पुण्य काल रहेगा
मौनी अमावस्या का महत्व
ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन सभी देवी-देवता गंगा नदी में वास करते हैं और इसलिए इस दिन गंगा स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही मौनी अमावस्या के दिन मौन धारण करके ईश्वर का ध्यान करने से विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. इस दिन गुस्सा करने और किसी को अपशब्द बोलने से बचें.
मौनी अमावस्या पर पूजा
मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु के साथ ही पीपल के पेड़ की भी पूजा करनी चाहिए, इसे बहुत शुभ माना जाता है. महोदय योग में मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु को तिल और दीप अर्पित करें. इससे भी सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
मौनी अमावस्या पर क्या दान करें
मौनी अमावस्या के दिन तेल, तिल, गुड़, अन्न, आंवला, सूखी लकड़ी, कपड़े, कंबल, ऊनी कपड़े, जूते आदि का दान करना चाहिए. गरीब और भूखे लोगों को भोजन करवाना चाहिए. मौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत के साथ ही उपवास रखना भी शुभ फलदायी होता है.