Who is Rudraksh Baba in Prayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज में 12 साल बाद होने जा रहे महाकुंभ में दुनिया भर के साधु और संतों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो चुका है. यहां पहुंचने वाले साधु संत ना सिर्फ आस्था के इस महा संगम में डुबकी लगाने की तैयारी में हैं बल्कि अपने अपने तरीके से अयोध्या की तरह काशी और मथुरा को लेकर विशेष अनुष्ठान करने वाले हैं. 


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सिर पर 2 लाख रुद्राक्ष से तैयार खास मुकुट


सिर पर 2 लाख रुद्राक्ष से तैयार खास मुकट और बदन पर रुद्राक्ष से तैयार विशेष कवच. काशी-मथुरा को लेकर अटल संकल्प. संगम की रेती पर आने वाले हर शख्स की नजर गीतानंद गिरी उर्फ रुद्राक्ष वाले बाबा पर ही है. गीतानंद गिरी उर्फ रुद्राक्ष वाले बाबा इस बार नए संकल्प के साथ महाकुंभ पहुंचे हैं. रुद्राक्ष वाले बाबा का मानना है कि उनके एक संकल्प के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ. अब उनकी इच्छा काशी और मथुरा में जीत की है. 


धूनी लगाकर साधना में लीन रहते हैं बाबा


जानकारी के अनुसार रुद्राक्ष वाले बाबा का ये खास मुकुट 45 किलोग्राम से भी अधिक वजनी है. संत गीतानंद महाराज महाकुंभ के दौरान संगम की रेती पर घंटों धूनी रमाकर साधना में लीन रहते हैं. काशी मथुरा के साथ साथ रुद्राक्ष वाले बाबा हिंदू राष्ट्र को लेकर खास अनुष्ठान की तैयारी कर रहे हैं. 2019 में दो लाख रुद्राक्ष धारण करने का संकल्प की पूर्णाहुति 2031 में होगी.


खास शिवलिंग को देखने पहुंच रहे लोग


रुद्राक्ष वाले बाबा के साथ साथ अमेठी बाबूगंज सगरा के पीठाधीश्वर ने भी रुद्राक्ष के जरिए अनूठी पहल की है. मौनी महाराज सवा दो करोड़ रुद्राक्ष से शिवलिंग का निर्माण कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार मौनी महाराज पूरे महाकुंभ के दौरान इस खास शिवलिंग की उपासना करेंगे. दूर दूर से आ रहे लोग इस शिवलिंग के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. सबसे खास बात है कि शिवलिंग के लिए सवा दो करोड़ रुद्राक्ष को भिक्षा के जरिए इकट्ठा किया गया है.


कुंभ को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए लोगों की पहल


महाकुंभ मेले के दौरान एक तरफ योगी सरकार के तरफ से जबरदस्त तैयारी की गई है. वहीं रुद्राक्ष वाले बाबा और पीठाधीश्वर महाराज की शिवलिंग वाली पहल आकर्षण का केंद्र बन रही है. 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 होने वाले कुंभ को संत समाज ने प्लास्टिक मुक्त रखने का भी संकल्प लिया है. इसके लिए एक थाली-एक थैला अभियान चलाया गया है. इसमें मध्य प्रदेश का नीमच जिला भी सहभागी बन रहा है. 


जिले में सामाजिक संगठनों ने एक थाली, एक थैला अभियान चलाया. इसके अंतर्गत जिले से 4100 थाली व 4100 थैला संग्रहित किए. इनकी पूजा-अर्चना कर पैकिंग की गई. अब ट्रांसपोर्ट से प्रयागराज पहुंचाया जा रहा है. अभियान में सभी संगठनों का अमूल्य योगदान रहा.


एमपी के नीमच जिले में चलाया गया अभियान


इसमें सीए एसोसिएशन संगठन द्वारा 101, भारत विकास परिषद 251, नीमच सिटी जैन मंदिर समाज 50, जैन स्थानक समाज 50, भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा 89, मुक्तिधाम सर्वसमाज नीमच सिटी (रावण रूंडी), सीताराम जाजू कन्या महाविद्यालय 300, विवेकानंद बाल कल्याण समिति (शिशु मंदिर एसएसवीएम) 200 और नगर की व्यवसायी शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा 150 को मिलाकर समाज के प्रबुद्धजन द्वारा दी गई.


इस प्रकार अभियान में 4100 थाली और 4100 थैलों को एकत्रित किया गया. राम मंदिर जाजू बिल्डिंग में पुजारी जीवन तिवारी ने विधि-विधान से भगवान की आरती कर थाली, थैलों की पूजा-अर्चना की. इसके बाद नीमच से मालवा प्रांत के केंद्र इंदौर ट्रांसपोर्ट द्वारा पहुंचाई. मालवा प्रांत केंद्र से सभी को प्रयागराज पहुंचाएंगे. कार्यक्रम में कई समाजजन ने सहयोग किया.


40 हजार टन कचरा उत्सर्जित होने का अनुमान


विभाग पर्यवारण संयोजक, यशवंत यादव ने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में अनुमानित 40 करोड़ श्रद्धालु सम्मिलित होने वाले हैं. हम कल्पना करें कि एक तीर्थ यात्री तीन दिन भी वहां रुकता है, तीन दिन में 6 बार भोजन, दो से तीन बार चाय नाश्ता करेगा. ऐसे में 40 करोड़ तीर्थ यात्रियों के भोजन आदि में कितना पॉलिथिन, डिस्पोजल, कागज लग जाएगा. जो कचरा बनकर तीर्थ नगरी प्रयागराज को प्रदूषित कर सकता है. महाकुंभ में 40 हजार टन कचरा उत्सर्जित होने का अनुमान है. शासन-प्रशासन अपने स्तर पर कचरा निस्तारण की व्यवस्था करेगा.


वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 13 दिसंबर को संगम नगरी का दौरा है. इस दौरान वे गंगा पूजन करके महाकुंभ का आग़ाज़ करेंगे. महाकुंभ के निर्विघ्न संपन्न होने की कामना के लिए पीएम गंगा पूजन करेंगे. अखाड़ा परिषद के साधु संतों से भी पीएम आशीर्वाद लेंगे. अक्षय वट कॉरिडोर, हनुमान मंदिर कॉरिडोर और नागवासुकी मंदिर का भी दर्शन करेंगे. संगम नोज पर बन रहे विशाल पंडाल में करीब 2 लाख लोगों को संबोधित भी करेंगे. महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त और डिजिटल महाकुंभ के लिए लोगों से अपील करेंगे. 7 हजार करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का पीएम लोकार्पण भी करेंगे, करीब दो घंटे का है संगम नगरी प्रयागराज दौरा पीएम नरेंद्र मोदी. पीएम के आगमन को लेकर विशाल पंडाल का निर्माण कार्य तेज़ हो गया है.