Daan Ke Niyam: वृंदावन के प्रेमानंद जी महाराज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चुके हैं. उनके सुविचारों को लोग अपने पथ प्रदर्शक की तरह जीवन में अपना रहे हैं. हाल ही में सत्संग के दौरान जब एक व्यक्ति ने उनसे यह पूछा कि दान ब्राह्मण को देना चाहिए या फिर गरीबों को! 


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दरअसल दान करना अपने में ही पुण्य का काम माना गया है. लेकिन यह दान तभी पुण्य का फल दे सकता है जब इसका सही जगह उपयोग हो. चलिए यह प्रेमानंद जी महाराज के जरिए जानें कि किन लोगों को दान करना उचित है और किस परिस्थिति में दान करना सही है!


समझें दान का महत्व


प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि दान किसे करना है उससे पहले यह समझने की जरूरत है कि दान का अर्थ क्या है! बता दें कि दान का अर्थ है आवश्यकता यानी की किसी जरूरतमंदों की इच्छानुसार मदद करना.


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जानें किन परिस्थितियों में करें दान


प्रेमानंद जी महाराज आगे बताते है कि दान कैसे करना चाहिए आइए इसके बारे में जानें. दान का अर्थ है यदि कोई भूखा है तो उसे खाना खिला दें, यदि कोई प्यासा है तो उसे पानी पिला दें इसके साथ ही यदि कोई व्यक्ति बीमार है और उसके पास इलाज के लिए दवा लेने के लिए पैसे नहीं है तो उसे दवा दिला दें.


दान के वक्त इन बातों का रखें ध्यान


प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि दान देते वक्त इन बातों का अवश्य ध्यान रखें कि कोई भूखा हो, किसी को सर्दी लग रही हो या फिर कोई बीमार हो तो हमें उसकी अवश्य मदद करनी चाहिए.


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पैसे देते वक्त सतर्कता बरतें


प्रेमानंद जी का मानना है कि दान करते वक्त यदि किसी व्यक्ति को पैसे दे रहे हैं तो सतर्कता बरतना आवश्यक है. दरअसल वह व्यक्ति उन पैसों का दुरुपयोग भी कर सकता है. इसलिए किसी जरूरतमंदों को उसकी जरूरत के अनुसार मदद करें पैसे देना कोई हल नहीं है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)