Somwar ke Upay: सोमवार को करें ये आसान काम, भगवान शिव होंगे प्रसन्न, दूर करेंगे जीवन के संकट
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Somwar ke Upay: सोमवार को करें ये आसान काम, भगवान शिव होंगे प्रसन्न, दूर करेंगे जीवन के संकट

Somwar ki Puja: हिन्दू धर्म में सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और कई लोग व्रत भी रखते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और समस्याओं से छुटकारा मिलता है.

Somwar ke Upay: सोमवार को करें ये आसान काम, भगवान शिव होंगे प्रसन्न, दूर करेंगे जीवन के संकट

Somwar ke Upay: हिन्दू धर्म में सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और कई लोग व्रत भी रखते हैं. कहा जाता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और समस्याओं से छुटकारा मिलता है. साथ ही भोलेनाथ मन की इच्छाएं भी पूरी करते हैं. अगर आप भी शिव जी को प्रसन्न कर उनकी विशेष कृपा पाना चाहते हैं तो सोमवार को शिव रुद्राष्टकम स्तोत्र का पाठ जरूर करना चाहिए. इससे जीवन के दुख-दर्द दूर होते हैं और खुशियों का वास होता है. 

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श्री शिव रुद्राष्टकम स्तोत्रम

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपं।

निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं। चिदाकाशमाकाशवासं भजे हं॥1॥

निराकारमोंकारमूलं तुरीयं। गिरा ग्यान गोतीतमीशं गिरीशं।

करालं महाकाल कालं कृपालं। गुणागार संसारपारं नतो हं॥2॥

तुषाराद्रि संकाश गौरं गम्भीरं। मनोभूत कोटि प्रभा श्री शरीरं।

स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गंगा। लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजंगा॥3॥

चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालं। प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालं।

मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं। प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि॥4॥

प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं। अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम्।

त्रय: शूल निर्मूलनं शूलपाणिं। भजे हं भवानीपतिं भावगम्यं॥5॥

कलातीत कल्याण कल्पांतकारी। सदासज्जनानन्ददाता पुरारी।

चिदानन्द संदोह मोहापहारी। प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी॥6॥

न यावद् उमानाथ पादारविंदं। भजंतीह लोके परे वा नराणां।

न तावत्सुखं शान्ति सन्तापनाशं। प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासं॥7॥

न जानामि योगं जपं नैव पूजां। नतो हं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यं।

जराजन्म दु:खौघ तातप्यमानं। प्रभो पाहि आपन्न्मामीश शंभो॥8॥

रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये।

ये पठन्ति नरा भक्तया तेषां शम्भु: प्रसीदति॥9॥

॥ इति श्री गोस्वामी तुलसिदास कृतम श्रीरुद्राश्ह्टकम संपूर्णम ॥

 

करें इन मंत्रों का जाप

- ॐ नमः शिवाय 
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ 
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात् 
ऊं पषुप्ताय नमः 
शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

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