Ram Navami 2024: राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा होने के बाद से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. रोजाना तकरीबन 2 लाख भक्‍त रामलला के दर्शन कर रहे हैं. वहीं आने वाले राम नवमी पर्व पर तो श्रद्धालुओं के भारी संख्‍या में अयोध्‍या पहुंचने की संभावना है. लिहाजा राम नवमी उत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं की अब तक की सबसे बड़ी आमद की संभावना को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और अयोध्या जिला प्रशासन ने चौकस व्यवस्था करना शुरू कर दिया है. बता दें अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में भगवान श्री रामलला के भव्य मंदिर का लोकार्पण किया गया था.


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मंदिर निर्माण के बाद पहली राम नवमी 


मंदिर निर्माण के बाद यह राम नवमी उत्सव का पहला अवसर होगा. राम नवमी के दिन ही भगवान राम का जन्‍म हुआ था. हर साल चैत्र माह के शुक्‍ल पक्ष की नवमी तिथि को प्रभु राम का जन्‍मोत्‍सव मनाया जाता है. इस तिथि को राम नवमी कहा जाता है. इस साल 17 अप्रैल को राम नवमी पर्व मनाया जाएगा. 


श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा की तैयारियां जोरों पर 


तीर्थयात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और उनकी सेवा के लिए आने वाली चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए राम जन्मभूमि न्यास और जिला प्रशासन के बीच समन्वय बैठकों का दौर जारी है. तीर्थयात्री त्योहार से तीन दिन पहले अयोध्या पहुंचना शुरू कर देंगे और पर्व के बाद दो से तीन दिनों तक यहां रहेंगे. अधिकारियों के मुताबिक वे रामनवमी उत्सव के दौरान भक्तों की सुरक्षा, सेवा और सहूलियत सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं.


व्‍यवस्‍थाओं में लगे एक अधिकारी ने कहा, 'जिन बिंदुओं पर प्रशासन काम कर रहा है, उनमें अपेक्षित भक्तों की आमद की वास्तविक संख्या का प्रबंधन करना, राम जन्मभूमि मंदिर में निर्बाध और सुरक्षित प्रवेश तथा निकास की पुख्ता व्यवस्था करना शामिल है.' भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए मंदिर में भक्तों के लिए बड़ी संख्‍या प्रवेश और निकास बिंदु (एंट्री और एग्जिट पॉइंट) बनाए गए हैं.


3 दिन तक रह सकती है भारी भीड़ 


राम मंदिर न्यास के न्यासी अनिल मिश्रा ने बताया कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और निजी अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तर और चौबीसों घंटे चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध रखने के लिए व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि राम नवमी से पहले और बाद में अयोध्या में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, 'सुरक्षा व्यवस्था से लेकर श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन कराने, जैसे सभी मुद्दों पर मंथन कर एक योजना तैयार की जा रही है.' 


मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं व्यवस्था के हर पहलू पर नजर रख रहे हैं और साथ ही न्यास भी अयोध्‍या आने वाले सभी आगंतुकों के लिए जो भी सबसे उत्तम व्‍यवस्‍था संभव हो उसे देने की योजना बना रहा है. 


दोपहर में हुआ था प्रभु राम का जन्‍म 


राम नवमी उत्सव का आगाज सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ शुरू होगा. प्रभु राम सूर्यवंशी थे और इस दिन सूर्य की रश्मियों से रामलला का तिलक होगा. मान्‍यता है कि प्रभु राम का जन्‍म चैत्र शुक्‍ल नवमी की दोपहर को हुआ था. इसलिए राम मंदिर में दोपहर में एक विशेष पूजा-अर्चना और प्रार्थना की जाएगी. 


साथ ही भगवान राम, उनकी पत्नी सीता, भाई लक्ष्मण और भगवान हनुमान की रथयात्राएं निकाली जाएंगी. इस मौके पर श्रद्धालू पवित्र स्नान के लिए सरयू नदी के तट पर बड़ी संख्या में इकट्ठा होंगे. लिहाजा नदी के किनारे पर भी विशेष व्‍यवस्‍थाएं की जा रही हैं.