Ramadan 2024: इस्लाम धर्म में रमजान के महीने को सबसे पाक माना जाता है. इस पूरे महीने मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. आज यानी 12 मार्च से रमजान का महीना शुरू हो रहा है. इस महीने में मुस्लिम समाज के लोग उपवास करते हैं और अपना ज्यादा से ज्यादा समय अल्लाह की इबादत में बिताते हैं. आइए जानते हैं रोजा रखने के क्या सही नियम हैं और किन सावधानियों को बरतना है जरूरी.


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आज है पहला रोजा
मुस्लिम समाज में हर एक त्योहार चांद के समय को देखकर रखा जाता है. सऊदी अरब में 10 मार्च को चांद दिखाई दे चुका है इसलिए वहां पहला रोजा कल यानी 11 मार्च को रखा गया. वहीं, इसके अगले दिन यानी आज 12 मार्च को भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में पहला रोजा रखा जा रहा है. हर शहर का सहरी और इफ्तार का समय अलग होता है. नई दिल्ली में सुबह 5 बजकर 18 मिनट पर सहरी का समय समाप्त हो गया है और इफ्तार शाम 6 बजकर 27 मिनट पर किया जाएगा. इसके चलके पहला रोजा 13 घंटे से ज्यादा का होगा. 


 


रोजा रखने के नियम

रोजा रखने में उपवास रखने के साथ-साथ गलत सुनने, बुरा बोलने, बुरा देखने से भी परहेज करना चाहिए.


रोजा रखने वाले दिन किसी गरीब या फिर जरूरतमंद को क्षमता अनुसार कुछ न कुछ दान करना चाहिए.


रोजा रखने के दौरना किसी का मजाक न उड़ाएं, न ही किसी की भावनाओं को आहत पहुंचाएं.


रोजा रखने वालों को नियमित रूप से कुरान का पाठ करना चाहिए.


 


किन चीजों से टूट सकता है रोजा
रोजा रखने वाले लोगों को छोटी-छोटी सावधानियों को जरूर बरतना चाहिए. रमजान के दौरान किसी को गलत, अपशब्द नहीं बोलना चाहिए. इस दौरान किसी को भी गलत निगाह से नहीं देखना चाहिए और न ही किसी के बारे में गलत सोचना चाहिए. इसके अलावा झूठ बोलने से भी परहेज करना चाहिए.


 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)