नई दिल्ली: अप्रैल का महीना शुरू हो चुका है और 14 अप्रैल को जब सूर्य मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेंगे (Sun comes in Aries) तब खरमास समाप्त हो जाएगा (Kharmas will end). इसके बाद से शुभ और मांगलिक कार्य शुरू हो सकेंगे. साल 2021 में खरमास के अलावा देवगुरु बृहस्पति और शुक्र तारा अस्त (Jupiter and Venus combustion) होने के कारण जनवरी, फरवरी और मार्च महीने में मांगलिक कार्यों विशेषकर शादी-विवाह (Marriage) पर रोक लगी हुई थी. लेकिन अब 22 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त निकल रहे हैं. अप्रैल से लेकर जुलाई तक और फिर नवंबर दिसंबर में विवाह के शुभ-मुहूर्त कौन-कौन से हैं, यहां जानें.


विवाह के लिए गुरु और शुक्र की उपस्थिति जरूरी


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आपको बता दें कि 13 जनवरी तक खरमास लगा हुआ था जिसकी वजह से शादी-विवाह का कोई मुहूर्त नहीं था. इसके बाद 19 जनवरी से लेकर 16 फरवरी तक देव गुरु बृहस्पति अस्त हो गए थे. जब बृहस्पति दोबारा उदित हुए तो 14 फरवरी 2021 को शुक्र ग्रह जिसे शुक्र तारा भी कहा जाता है वह अस्त (Shukra tara ast) हो गया. शुक्र ग्रह 18 अप्रैल को उदित हो रहा है. विवाह संबंधी मामलों में गुरु (Jupiter) और शुक्र ग्रह (Venus) की अहम भूमिका होती है. गुरु वैवाहिक सुख (विवाह होगा या नहीं) का प्रतिनिधि ग्रह है तो शुक्र दांपत्य सुख का. जब गुरु या शुक्र ग्रह अस्त होते हैं तो उस दौरान विवाह जैसे शुभ कार्यों की मनाही होती है. 


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22 अप्रैल से बजने लगेगी शहनाई


ऐसे में 18 अप्रैल के बाद जब गुरु और शुक्र दोनों ग्रह उदित अवस्था में होंगे और खरमास भी समाप्त हो चुका होगा, उसके बाद 22 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे.
अप्रैल से दिसंबर तक किन तारीखों को बन रहे हैं विवाह के शुभ मुहूर्त
अप्रैल- 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29, 30
मई- 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29, 30
जून- 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23, 24
जुलाई- 1, 2, 7, 13, 15
नवंबर- 15, 16, 20, 21, 28, 29, 30
दिसंबर- 1, 2, 6, 7, 11, 13


(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)


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