Chaitra Navratri: नवरात्रि में घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा, जानें क्या है इसका मतलब
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Chaitra Navratri: नवरात्रि में घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा, जानें क्या है इसका मतलब

नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा किस वाहन से धरती लोक पर आती हैं, इसका भविष्य में होने वाली घटनाओं पर भी काफी असर देखने को मिलता है. कैसे तय होता है मां दुर्गा का वाहन और देवी मां के घोड़े पर आने का मतलब क्या है, इस बारे में यहां जानें.

इस बार घोड़े पर आ रही हैं मां दुर्गा

नई दिल्ली: हिंदू पंचांग का पहला महीना चैत्र मास (Chaitra month) की शुरुआत होली के दिन से हो चुकी है और अब चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होगी नवरात्रि की शुरुआत. चैत्र के महीने में आने वाली नवरात्रि को चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) या वासंतिक नवरात्रि के नाम से जाना जाता है. इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 13 अप्रैल मंगलवार से हो रही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों को बेहद पावन माना गया है और इस दौरान मां दुर्गा धरती पर ही निवास (Goddess Durga) करती हैं. 

  1. चैत्र नवरात्रि में घोड़े पर आ रही हैं मां दुर्गा
  2. हाथी पर सवार होकर होगी दुर्गा मां की वापसी
  3. देवी मां का घोड़े पर आना शुभ नहीं माना जा रहा

शेर के अलावा मां दुर्गा के हैं चार अन्य वाहन

नवरात्रि के दौरान हर साल धरती लोक पर आने के लिए मां दुर्गा अलग-अलग वाहनों का इस्तेमाल करती हैं. मां दुर्गा शेर की सवारी (Goddess Durga rides lion) करती हैं ये तो हम सभी जानते हैं लेकिन शेर के अलावा देवी दुर्गा के चार अन्य वाहन भी हैं, जिसमें हाथी, घोड़ा, नाव और पालकी शामिल है. हर साल नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा धरती लोक पर आगमन और यहां से प्रस्थान करने के लिए अलग-अलग वाहनों का इस्‍तेमाल करती हैं. धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार देवी दुर्गा जिस वाहन पर सवार होकर धरती लोक पर आती हैं उसका धरती पर रहने वाले लोगों पर भी असर पड़ता है. इन वाहनों का अपना-अपना अलग महत्‍व और अर्थ है.

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दिन के अनुसार तय होता है वाहन

मां दुर्गा किस वाहन से धरती लोक पर आएंगी यह इस बात पर निर्भर करता है कि नवरात्रि की शुरुआत किस दिन से हो रही है (Day decides the carriage) और यह नियम चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि दोनों में ही एक समान रूप से देखने को मिलता है. अगर नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार से होती है तो मां दुर्गा हाथी (Elephant) पर सवार होकर आती हैं. अगर नवरात्रि का पहला दिन मंगलवार या शनिवार हो तो मां दुर्गा घोड़े (Horse) पर सवार होकर आती हैं, गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि आरंभ हो माता डोली (Doli) में बैठकर आती हैं, वहीं बुधवार के दिन कलश स्थापना और नवरात्रि का पहला दिन हो तो मां दुर्गा नाव (Boat) की सवारी करती हैं. इस साल चूंकि चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल मंगलवार से शुरू हो रही है इसलिए मां दुर्गा घोड़े पर आ रही हैं.

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मां दुर्गा के घोड़े पर आने का क्या है अर्थ

देवी भागवत पुराण (Bhagwat Puran) के अनुसार देवी दुर्गा नवरात्रि पर घोड़े की सवारी करते हुए जब आती हैं तो इसे देश के शासन और सत्ता के लिए अशुभ संकेत के तौर पर देखा जाता है. इस दौरान सरकार को विरोध का सामना करना पड़ सकता है और सत्ता परिवर्तन के योग बन सकते हैं. साथ ही मां दुर्गा की घोड़े की सवारी देश में आंधी-तूफान जैसी प्राकृतिक आपदाएं आने, गृह युद्ध और सत्ता में उथल-पुथल के संकेत भी देता है. इसलिए मां दुर्गा की पूजा करने के दौरान आपको माता से सभी लोगों को सुरक्षित रखने की भी प्रार्थना जरूर करनी चाहिए. नवरात्रि का समापन बुधवार के दिन हो रहा है. इसके बारे में भी शास्त्रों में लिखा है कि यदि नवरात्रि की समाप्ति बुधवार को हो तो मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर वापस जाती हैं. 

(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. Zee News इनकी पुष्टि नहीं करता है.)

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