Shardiya Navratri Kab Se Kab Tak Hai: हिंदू शास्त्रों में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है. बता दें कि साल में चार बार नवरात्रि पर्व मनाए जाते हैं. 2 बार गुप्त नवरात्रि और 2 बार शारदीय और चैत्र नवरात्रि. 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. बता दें कि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है. हर बार मां दुर्गा की सवारी आने वाली समय को लेकर भविष्यवाणी करती है. 


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बता दें कि नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के 9 स्वरुपों की पूजा की जाती है. बता दें कि इस बार शारदीय नवरात्रि का समापन 24 अक्टूबर 2023 को होगा. मान्यता है कि ये 9 दिन मां अम्बे धरती पर भक्तों के बीच आती हैं और उनकी भक्ति और श्रद्धा भाव से प्रसन्न होकर उन्हें आशीर्वाद प्रदान करती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर साल शादरीय नवरात्रि में मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान के वाहन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है. मां दुर्गा की अलग-अलग सवारी शुभ और अशुभ संकेत देती है. जानें इस बार मां दुर्गा की सवारी के बारे में. 


इस पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हो रही है. ऐसे में इस साल मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर भक्तों के बीच आ रही हैं. बता दें कि नवरात्रि के शुरू होने के दिन से ही मां अम्बे की सवारी तय होती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर नवरात्रि की शुरुआत रविवार या सोमवार के दिन होती है, तो मां अम्बे हाथी पर सवार होकर आती हैं. 


हाथी पर आना देता है ये संकेत


वैसे को सभी यही जानते हैं कि मां दुर्गा की सवार शेर है. लेकिन धर्म ग्रंथों के अनुसार देवी दुर्गा के आगमन का वाहन हाथी, घोड़ा, नाव, पालकी भी शामिल है. ऐसा माना जाता है कि जिस साल मां अम्बे हाथी पर सवार होकर आती हैं, उस साल अधिक वर्षा होती है. खेती के लिहाज के इसे बहुत अच्छा माना गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हाथी को खुशहाली और संपन्नता का प्रतीक माना गया है. ऐसे में व्रती के घर सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है.  


मां दुर्गा के प्रस्थान की सावरी और संकेत 
 
बता दें कि मां का आगमन हाथी पर होगा लेकिन ववे प्रस्थान मुर्गे पर करेंगी. नवरात्रि का समापन शनिवार और मंगलवार के दिन होता है, तो मां दुर्गा मुर्गे पर प्रस्थान करती हैं. बता दें कि ये वाहन दुख और कष्ट का संकेत देता है. वहीं, रविवार और सोमवार के दिन समाप्त होने पर मां दुर्गा भैंस पर प्रस्थान करती हैं. जिसे बेहद अशुभ माना जाता है. वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि बुधवार और शुक्रवार के दिन  समाप्न होने पर मां हाथी पर जाती हैं, जो कि ज्यादा वर्षा का संकेत देता है. शास्त्रों के अनुसार गुरुवार के दिन नवरात्रि का समापन होने पर मां मनुष्य के ऊपर सावर होकर जाती हैं. इसे सुख-समृद्धि में वृद्धि का संकेत माना जाता है. 


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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)