Shardiya Navratri 2023 date: नवरात्रि का पर्व साल में 4 बार मनाया जाता है, जिसमें शारदीय नवरात्रि का पर्व उत्‍सव का पर्व होता है. शारदीय नवरात्रि का पर्व अश्विन महीने में मनाया जाता है. इस दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. घर में घटस्‍थापना की जाती है, अखंड ज्‍योति जलाई जाती है. मां दुर्गा की प्रतिमाएं स्‍थापित की जाती हैं और 9 दिन की विशेष पूजा-अर्चना करने के बाद दसवें दिन दशहरे पर मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है. 


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हिंदू धर्म में नवरात्रि के 9 दिनों को बहुत पवित्र माना गया है. इन 9 दिनों के लिए धर्म-शास्‍त्रों में कुछ नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी होता है. वरना इन नियमों की अनदेखी या नवरात्रि के दौरान की गईं कुछ गलतियां मातारानी को नाराज कर सकती हैं. वहीं विधि-विधान से किए गए नवरात्रि व्रत और पूजा जीवन को अपार सुख-समृद्धि से भर देते हैं. 


नवरात्रि में क्‍या करें क्‍या ना करें 


- नवरात्रि के दौरान गलती से भी ना तो नाखून काटें और ना ही बाल कटवाएं. बाल, नाखून काटने जैसे काम नवरात्रि शुरू होने से पहले कर लेना चाहिए, वरना इसका अशुभ असर जीवन पर पड़ता है. 


- नवरात्रि में चमड़े की वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए. ना ही चमड़े की चीजें खरीदना चाहिए. चमड़े की चीजें अशुद्ध होती हैं, इन्‍हें जानवरों की खाल से बनाया जाता है. नवरात्रि में ऐसी अशुद्ध चीजों का घर में होना नकारात्‍मकता लाता है. 


- नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान पवित्रता, शुद्धता और सात्विकता का बड़ा महत्‍व है. लिहाजा इन 9 दिनों में नॉनवेज का सेवन ना करें, ना ही घर में लेकर आएं. यहां तक कि नवरात्रि में लहसुन-प्‍याज खाना भी वर्जित है. 


- नवरात्रि में नींबू का उपयोग भी नहीं करना चाहिए. मान्‍यता है कि इस दौरान नींबू काटना बलि देना जैसा माना जाता है. लिहाजा ना तो नींबू खाएं और ना ही बनाएं. इन 9 दिन में नींबू का अचार खाने से भी बचें. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्‍य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)